आप्रवासियों के लिए सबसे अच्छे और बुरे शहर
दुनियाभर के आप्रवासियों के लिए काम करने वाले ‘इंटरनेशंस एक्सपैट’ ने 2022 में ऐसे शहरों की सूची दी है जो अपना देश छोड़कर कहीं और रहने वाले लोगों के लिए सबसे अच्छे और सबसे खराब हैं.
स्पेन के शहर सबसे अच्छे
दस सबसे अच्छे शहरों की सूची में स्पेन के दो शहर हैं. वालेंसिया को आप्रवासियों के लिए सबसे अच्छा शहर माना गया है जबकि मैड्रिड पांचवें नंबर पर है. वालेंसिया सस्ता और दोस्ताना है जबकि मैड्रिड की संस्कृति में ही है मेहमानों का स्वागत करना.
दो शहर यूएई के
सूची में यूएई के भी दो शहर हैं. दुबई दूसरे नंबर पर है और काम व मौज-मस्ती दोनों की वजह से लोगों को पसंद आया, जबकि आबू धाबी में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं और प्रशासनिक सहूलियत ने उसे नौवें नंबर पर रखा है. सिंगापुर (10) और ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न (8) को भी सूची में जगह मिली है.
सबसे ज्यादा स्पेनिश-भाषी
टॉप 10 में चार शहर हैं जहां स्पेनिश भाषा बोली जाती है. स्पेन के अलावा मेक्सिको की राजधानी मेक्सिको सिटी तीसरे नंबर पर है जबकि पुर्तगाल का लिस्बन चौथे नंबर पर है. हालांकि मेक्सिको में सुरक्षा को लोगों ने चिंता की वजह बताया है.
सबसे खराब शहर
दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग को आप्रवासियों के लिए दुनिया का सबसे खराब शहर माना गया है. अफ्रीका का कोई और शहर इस सूची में नहीं है.
जर्मनी के दो शहर
सबसे खराब शहरों की सूची में जर्मनी के दो शहर हैं. हैम्बर्ग में रहने वाले आप्रवासियों ने खुद को सबसे ज्यादा नाखुश बताया जबकि फ्रैंकफर्ट में भाषा और प्रशासनिक दिक्कतें बहुत हैं.
इटली में भी मुश्किल
इटली के मिलान और रोम भी सबसे खराब शहरों की सूची में हैं. रोम पहले नंबर पर है और मिलान चौथे. फ्रांस के पेरिस (8) में आप्रवासियों को ज्यादा मजा नहीं आ रहा है. और कनाडा के वैंकूवर (3) में घर बहुत मंहगे हैं.
एशियाई शहर
जापान के टोक्यो (2), हांग कांग (6) और तुर्की के इस्तांबुल (7) में भी आप्रवासियों जिंदगी रास नहीं आ रही है. टोक्यो में तो आने-जाने की दिक्कत ने परेशान किया है जबकि हांग कांग में काम और बाकी जिंदगी के बीच संतुलन बिठाना मुश्किल है. इस्तांबुल को विदेश में काम करने के लिए सबसे बुरा शहर बताया गया है.