ग्रीस में बड़ा दर्दनाक नाव हादसा, तीन दिन का राष्ट्रीय शोक
ग्रीस की समुद्री सीमा में कालामाटा के पास नाव पलटने से कम-से-कम 78 लोगों की मौत हो गई है. प्रवासियों से भरी यह नाव लीबिया से इटली की ओर जा रही थी. अलग-अलग अनुमानों के मुताबिक, नाव में करीब 400 से 750 लोग सवार थे.
धुंधला रही हैं उम्मीदें
बचाव दल अब तक 104 लोगों को बचाने में कामयाब रहे हैं. ये सभी मिस्र, सीरिया, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों से हैं. वक्त बीतने के साथ-साथ नाव पर सवार अन्य लोगों के जिंदा रहने की उम्मीद धुंधली पड़ती जा रही है.
बहुत गहरे हिस्से में हुआ हादसा
संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी के प्रतिनिधि एरिस्मा रोमाना ने बताया कि जिंदा बचे लोगों की हालत बहुत खराब है और वे अब भी सदमे में हैं. जिस जगह यह हादसा हुआ है, वह भूमध्य सागर के सबसे गहरे हिस्से के पास है. यहां समंदर की गहराई करीब 5,200 मीटर तक है.
तीन दिन का राष्ट्रीय शोक
हादसे के बाद ग्रीस में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का एलान किया गया है. उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं. नेताओं ने 25 जून को होने वाले आम चुनाव के लिए जारी प्रचार भी रोक दिया है. देश के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है, "मृतकों को एथेंस के एक शवगृह में रखा जाएगा. शवों की शिनाख्त के लिए चेहरे की तस्वीरें और डीएनए सैंपल लिए जाएंगे."
ठसाठस भरी थी नाव
ग्रीक प्रशासन ने नाव के डूबने से पहले ली गई एक हवाई तस्वीर जारी की है, जिसमें नाव ठसाठस भरी हुई दिख रही है. इसके अलावा, यात्रियों ने सुरक्षा जैकेट भी नहीं पहनी हुई थी. कोस्ट गार्ड विशेषज्ञों का मानना है कि इंजन में खराबी या तेल खत्म होने से हादसा हुआ है.
यूरोपीय कमीशन ने जताया दुख
यूरोपीय कमीशन की प्रमुख, ऊर्सुला फॉन डेय लेयन ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने मानव-तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की भी बात कही है. हालांकि मानवाधिकार समूह तर्क देते हैं कि ऐसा करने से प्रवासी और शरणार्थी सुरक्षित देशों तक पहुंचने के लिए ज्यादा खतरनाक रास्ता लेने को मजबूर होंगे.
गुमशुदगी और मौतों की गिनती लंबी
प्रवासियों से जुड़े मामलों पर काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के मुताबिक, केंद्रीय भूमध्य इलाके में 2014 से अब तक कम से कम 21,000 मौतें या गुमशुदगियां हो चुकी हैं.