ब्राजील में ओरोपाउच वायरस पर बढ़ती चिंता
दक्षिण और मध्य अमेरिका में एक चिंताजनक वायरस चर्चा में है - ओरोपाउच वायरस. वैज्ञानिकों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में इस वायरस के संक्रमण से बच्चे की मृत्यु हो सकती है.
कैसे फैलता है ओरोपाउच वायरस?
ओरोपाउच वायरस मुख्य रूप से मिज नामक कीड़े या क्यूलेक्स मच्छर के काटने से इंसानों में फैलता है. अध्ययनों में पता चला है कि ओरोपाउच वायरस इंसान के दिमाग को संक्रमित कर सकता है और तंत्रिका संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है. इसका कोई सबूत नहीं है कि यह बीमारी इंसानों से इंसानों में फैलती है. हां लेकिन गर्भवती महिला के जरिए यह वायरस उनके शिशु को संक्रमित जरूर कर सकता है.
चिंताजनक वायरस
2022 के अंत से ओरोपाउच बुखार के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे यह एक चिंताजनक विषय बन गया है. जनवरी से जुलाई 2024 के बीच अमेरिका के पांच देशों में लगभग 7,700 मामले रिपोर्ट हुए हैं. सबसे अधिक मामले ब्राजील (6,976) में हैं, इसके बाद बोलीविया, पेरू, क्यूबा और कोलंबिया हैं.
डेंगू जैसे लक्षण
इस वायरस के लक्षण डेंगू से मिलते-जुलते हैं, जैसे अचानक बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और ऐंठन. कुछ मामलों में प्रकाश संवेदनशीलता, मतली और उल्टी हो सकती है. लक्षण चार से आठ दिन बाद शुरू होते हैं और पांच से सात दिनों तक रहते हैं. ज्यादातर लोग सात दिनों में ठीक हो जाते हैं. गंभीर मामलों में मस्तिष्क की सूजन, चक्कर आना और थकावट हो सकती है.
गर्भवती महिलाएं रहें सावधान
गर्भवती महिलाओं को खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि यह वायरस संक्रमित मां से शिशु तक पहुंच सकता है. शोधकर्ताओं ने एक मृत बच्चे की नाल, दिमाग, लीवर, किडनी, फेफड़े, और दिल में ओरोपाउच वायरस पाया है, जो दर्शाता है कि वायरस मां से बच्चे में गया है.
वायरस पर रोकथाम
ओरोपाउच वायरस के लिए कोई टीका या दवा नहीं है. इसे रोकने के लिए, पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने देशों को सलाह दी है कि वे मच्छरों को नियंत्रित करें. मच्छर रोकने के लिए घरों को बारीक जाल वाली मच्छरदानियों से ढकना, पूरे बाजू और पैरों वाले कपड़े पहनना, और डीईईटी, आईआर3535, इकारिडिन कंपाउंड वाले रिपेलेंट्स का उपयोग शामिल है.
जलवायु का संभावित प्रभाव
ओरोपाउच वायरस के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए यह वायरस कितनी फैल सकती है और कहां-कहां जा सकती है इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती. ज्यादातर ओरोपाउच बुखार के मामले गर्म और नमी वाली जगहों पर होते हैं, लेकिन कुछ जगहों पर यह वायरस वहां भी फैले है जहां उम्मीद नहीं थी. जंगलों का कम होना भी इसके फैलने की वजह हो सकता है.
समान मामले
ओरोपाउच वायरस के मामले जीका वायरस की समस्याओं की याद दिलाते हैं. ब्राजील में 2015 और 2016 के दौरान जीका के कारण 3,500 से ज्यादा बच्चों में माइक्रोसेफली की पुष्टि हुई थी. उस समय करीब 15 लाख लोग संक्रमित हुए थे.