कनाडा के जंगलों में नहीं बुझ रही बेकाबू आग
कनाडा के जंगलों में भयंकर आग लगी है. इसे बुझाना बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है. दर्जनों दमकल कर्मी और वॉटर बॉम्बर आग बुझाने में जुटे हैं. प्रांत के प्रीमियर टिम ह्यूस्टन ने इसे अभूतपूर्व बताया है.
घर छोड़कर भाग रहे हैं लोग
प्रीमियर टिम ह्यूस्टन ने आग बुझाने के लिए सेना और तटरक्षकों की मदद मांगी है. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जंगल में लगी आग को दिल तोड़ने वाला बताते हुए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि लोगों को घर छोड़कर भागते देखना काफी दुखद है.
और भड़क सकती है आग
31 मई को नोव स्कोशा में 14 जगहों पर जंगलों में आग लगी थी. इनमें से तीन को बेकाबू की श्रेणी में रखा गया है. अब तक 200 घरों और इमारतों को नुकसान पहुंचा है. अधिकारियों का कहना है कि पूरी कोशिश के बाद भी अभी आग के और भड़कने का अंदेशा है.
आग जलाने पर लगेगा भारी जुर्माना
वाइल्डफायर की गंभीरता के मद्देनजर पूरे प्रांत में कुछ जलाने, जैसे कैंपफायर वगैरह पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसका उल्लंघन करने पर 18 हजार डॉलर से ज्यादा का जुर्माना लग सकता है. गर्मियों में जंगल शुष्क हो जाते हैं. ऐसे में आग लगने और बड़े इलाके में फैलने का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है.
बढ़ते तापमान से चुनौतियां बढ़ीं
प्रीमियर टिम ह्यूस्टन ने लोगों से अपील करते हुए कहा, "जलाना बंद कीजिए. सिगरेट के बचे हिस्से को कार की खिड़की से बाहर फेंकना बंद कीजिए. अभी प्रांत में जो हो रहा है वो दिमाग झन्ना देने वाला है." इस हफ्ते नोव स्कोशा में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है. ऐसे में दमकल कर्मियों के लिए स्थितियां और थकाने वाली होंगी.
जलवायु परिवर्तन के असर से जूझ रहा है कनाडा
हालिया सालों में पश्चिमी कनाडा में जलवायु परिवर्तन के कारण बार-बार मौसम का चरम मिजाज देखने को मिल रहा है. रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण 2021 में यहां 500 से ज्यादा जानें गईं. पहले भी भीषण वाइल्डफायर से समूचे शहर तबाह हो चुके हैं. मई की शुरुआत में एल्बर्टा के जंगलों में लगी आग से करीब 10 लाख हेक्टेयर जंगल और घास के मैदान जल गए.