भारत और जर्मनी आपस में कितने करीब हैं, यह दिखाने के लिए दोनों देशों के नेताओं ने एक दूसरे की भाषाओं को इस्तेमाल किया. इस समय जर्मन चांसलर अपने कई अहम मंत्रियों के साथ दिल्ली के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने दोनों देशों की अंतर सरकारी परामर्श बैठक में हिस्सा लिया.