चीन में दूसरा बच्चा पैदा करने पर मिलेगी सब्सिडी
१ मार्च २०१७चीन की आबादी तेजी से बूढी हो रही है. ऐसे में, तेज आर्थिक प्रगति कर रहे चीन में काम करने वाले युवाओं की कमी होती जा रही है. इससे निपटने के लिए चीन ने एक साल पहले एक बच्चे की नीति को खत्म कर दिया था. 1979 में बढ़ती जनसंख्या को काबू में करने के लिए एक बच्चे की नीति लागू की गई थी. इससे देश की जनसंख्या वृद्धि पर तो लगाम लगी, लेकिन अब दशकों बाद इसके दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं.
एक बच्चे की नीति में ढील दिए जाने की वजह से ही चीन में 2016 में इससे एक साल पहले के मुकाबले 13 लाख ज्यादा बच्चे पैदा हुए. लेकिन अध्ययन दिखाते हैं कि अब भी लोगों को लगता है कि वह दूसरे बच्चे का खर्च नहीं उठा पाएंगे.
'चाइना डेली' के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार नियोजन आयोग के उप मंत्री वांग पीएआन ने कहा है, "चीन में रहने वाले हर परिवार का हक है कि उनका दूसरा बच्चा हो. लेकिन आर्थिक क्षमता उनके लिए बाधा बन सकती है."
सरकार की तरफ से कराए गए एक सर्वे में पता चलता है कि 60 प्रतिशत परिवार आर्थिक कारणों से दूसरा बच्चा पैदा नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में वांग का कहना है कि सरकार "जन्म लाभ या सब्सिडी" देने के बारे में सोच रही है ताकि लोग दूसरा बच्चा पैदा करने के लिए प्रेरित हों.
चीन दुनिया के उन देशों में शामिल है जहां जन्मदर सबसे कम है. किसी जमाने में यह एक कामयाबी मानी जाती थी, लेकिन आज इसकी वजह से बड़ी समस्या हो रही है. देश की तेजी से बूढ़ी होती आबादी से परेशान सरकार अब लोगों से बच्चे पैदा करने को कह रही है.
एके/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)