अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अकेला चीन सब पर भारी
2023 में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में दुनियाभर में 25 लाख नई नौकरियां पैदा हुईं. इसमें सबसे अधिक हिस्सेदारी चीन की रही, जो इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा नौकरियां पैदा करने वाला देश है.
चीन की सबसे बड़ी हिस्सेदारी
चीन ने 2023 में 18.4 लाख नई नौकरियां जोड़ीं. वहां अब कुल मिलाकर 74 लाख लोग अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे हैं, जो पूरी दुनिया का 46 फीसदी है.
वैश्विक रोजगार में बढ़ोतरी
दुनियाभर में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नौकरियां 18 फीसदी बढ़कर 1.62 करोड़ हो गईं, जबकि 2022 में ये 1.37 करोड़ थीं. अंतरराष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने यह साझा रिपोर्ट जारी की है.
यूरोपीय संघ दूसरे स्थान पर
रिपोर्ट के मुताबिक अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में नौकरियों के मामले में यूरोपीय संघ दूसरे नंबर पर है, जहां 18 लाख लोग काम कर रहे हैं.
ब्राजील तीसरे स्थान पर
ब्राजील में नवीकरणीय ऊर्जा में 15.6 लाख नौकरियां हैं, खासकर जैव ईंधन (लिक्विड बायोफ्यूल) में एक-तिहाई लोग काम कर रहे हैं.
अमेरिका और भारत के लगभग समान आंकड़े
अमेरिका और भारत, दोनों देशों में लगभग 10 लाख लोग नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे हैं.
अफ्रीका में कम रोजगार
रिपोर्ट में इस बात पर चिंता जताई गई है कि नवीकरणीय ऊर्जा का विकास संतुलित नहीं है और कुछ क्षेत्रों में ही बहुत ज्यादा वृद्धि देखी जा रही है. अफ्रीका में केवल 3.24 लाख नौकरियां हैं, जबकि वहां बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं.
सौर ऊर्जा सबसे बड़ा क्षेत्र
विभिन्न अक्षय ऊर्जा स्रोतों में सौर ऊर्जा (सोलर पावर) सबसे बड़ा क्षेत्र है, जो 72 लाख लोगों को रोजगार देता है. इसमें से अकेले चीन में 46 लाख नौकरियां हैं.
पवन ऊर्जा का योगदान
पवन ऊर्जा (विंड एनर्जी) में 15 लाख लोग काम करते हैं, जिसमें चीन की हिस्सेदारी 52 फीसदी है और यूरोप 21 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर है. पिछले साल दुबई में हुए जलवायु सम्मेलन 2030 तक अक्षय ऊर्जा को तीन गुना करने का लक्ष्य तय किया गया था. वीके/एए (एएफपी)