उत्तराखंड में बीते कई साल से बड़े स्तर पर पलायन हो रहा है. एक हजार से ज्यादा "भूतिया" गांव इसकी दर्दनाक तस्वीर दिखाते हैं. रोजगार और बेहतर जिंदगी की तलाश के अलावा मौसम का अप्रत्याशित मिजाज भी पलायन के बड़े कारणों में है. जलवायु परिवर्तन की वजह से हिमालय में बसे कई गांवों में अब जीवन लगभग नामुमकिन हो गया है. आने वाले दशकों में जलवायु प्रवासियों की तादाद में नाटकीय बढ़ोत्तरी होने की आशंका है.