1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
अपराधअफगानिस्तान

यूएन: मेथ की तस्करी के साथ बढ़ रहा कोकीन का व्यापार

२७ जून २०२३

कोकीन की आपूर्ति और मांग बढ़ रही है, जबकि दुनिया भर में नशीली दवाओं के इस्तेमाल करने वालों की संख्या एक दशक के भीतर लगभग एक चौथाई बढ़ गई है. यूएन की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.

https://p.dw.com/p/4T6Af
फाइल तस्वीर
फाइल तस्वीरतस्वीर: Esben Hansen/PantherMedia/IMAGO

संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक एक दशक के भीतर दुनिया भर में नशीली दवाओं का सेवन करने वालों की संख्या लगभग एक चौथाई बढ़ गई है. दुनियाभर में 2011 और 2021 के बीच नशीली दवाओं के इस्तेमाल करने वालों की संख्या दो करोड़ 40 लाख से बढ़कर दो करोड़ 96 लाख हो गई है.

विएना में मादक पदार्थों और अपराध पर यूएन कार्यालय (यूएनओडीसी) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट, रासायनिक रूप से उत्पादित दवाओं पर केंद्रित है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने मेथामफेटामाइन और फेंटेनल जैसी रासायनिक ड्रग्स के बढ़ते उपयोग के खिलाफ भी चेतावनी दी है.

यूएन: तालिबान शासन में अफीम की कीमतों में उछाल, जमकर हो रही खेती

साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि केमिकल से बनी कई तरह की नई नशीली दवाएं भी बाजार में तेजी से फैल रही हैं. ऐसी दवाएं सस्ती होती हैं, इन्हें तुरंत बाजार में लाया जा सकता है और इन्हें बनाना आसान होता है.

रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों को ऐसी दवाओं के व्यापार पर नजर रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है क्योंकि इन्हें कहीं भी निर्मित किया जा सकता है. इसके उलट हेरोइन या कोकीन नेटवर्क की पहचान करना आसान है क्योंकि वे विशिष्ट देशों से जुड़े हुए हैं.

यूएनओडीसी ने तालिबान शासन के तहत अफगानिस्तान में अफीम उत्पादन में गिरावट के संकेत देखे हैं, लेकिन देश अभी भी न केवल अफीम का सबसे महत्वपूर्ण निर्यातक है, बल्कि हेरोइन के लिए कच्चे माल का आपूर्तिकर्ता भी है. इस बीच अफगानिस्तान भी मेथामफेटामाइन का एक प्रमुख स्रोत बन गया है.

अफगानिस्तान में वर्ष 2022 में अफीम का उत्पादन, देश के सकल घरेलू उत्पाद का 9 से 14 प्रतिशत था, और सिंथेटिक ड्रग का उत्पादन भी तेजी से बढ़ रहा है. दुनिया भर में जब्त की गई लगभग 90 प्रतिशत मेथामफेटामाइन दो क्षेत्रों से थीं. ये क्षेत्र थे पूर्वी, दक्षिण पूर्व एशिया और उत्तरी अमेरिका थे.

रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अफीम की खेती में कमी के कारण रासायनिक नशीली दवाओं का उपयोग बढ़ सकता है. यूएनओडीसी ने रूसी हमले से यूक्रेन में सिंथेटिक नशीले पदार्थों के उत्पादन और तस्करी में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है.

एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)