किन किन चीजों को छूने से फैलता है कोरोना वायरस?
इन दिनों लोग हर चीज को शक की निगाह से देख रहे हैं. कुछ भी छूने के बाद हाथ धोने लगते हैं या फिर सैनिटाइजर से साफ करते हैं, जो कि सही भी है. लेकिन किन किन चीजों से सच में खतरा है?
दरवाजे का हैंडल
अब तक हुई रिसर्च बताती है कि नॉवल कोरोना वायरस किसी भी सतह पर चार से पांच दिन तक रह सकता है. ऐसे में अगर किसी संक्रमित व्यक्ति ने हैंडल को छुआ है और उसे साफ नहीं किया गया है, तो वायरस फैलने की बहुत अधिक संभावना है. तो कोशिश करें कि दरवाजा खोलते समय हैंडल को ना छुएं.
कैंटीन में सतर्क
अगर आपने अब तक होम ऑफिस शुरू नहीं किया है और अब तक दफ्तर जा रहे हैं तो कैंटीन में खाना खाते समय ध्यान दें. हो सकता है कि छुरी, चम्मच वायरस से संक्रमित हों. हालांकि इस पर अब तक कोई रिसर्च नहीं हुई है लेकिन बहुत मुमकिन है कि किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने के कारण चम्मच इत्यादि पर वायरस लगा हो.
बच्चों के खिलौने
बच्चों में संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया भर में स्कूल बंद किए जा रहे हैं. लेकिन क्या बाजार से खरीदे खिलौनों में वायरस हो सकता है? खास कर अगर वे चीन या यूरोप से आए हों? हो सकता है! अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन जानकारों की राय है कि फिलहाल इम्पोर्टेड खिलौने खरीदने से बचें.
ऑनलाइन डिलीवरी
लैब में हुए टेस्ट दिखाते हैं कि नॉवल कोरोना वायरस स्टील की सतह पर 72 घंटों तक रह सकता है. गत्ते और प्लास्टिक पर यह 24 घंटे ही रह पाता है. लेकिन ये नतीजे लैब के हैं, व्यवहारिक रूप से इससे भी कम वक्त तक ही वायरस जिंदा रह पाएगा. ऐसे में वैज्ञानिकों का कहना है कि डिलीवरी पैकेज से संक्रमण होने की संभावना नहीं है.
पालतू जानवर से?
इंसान से पालतू कुत्ते में संक्रमण तो देखा गया है लेकिन पालतू जानवरों से इंसान में संक्रमण का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है. लेकिन मुमकिन है कि कुत्ते की लार या मल से वायरस इंसान तक पहुंचे. इस सिलसिले में रिसर्च होना अभी बाकी है.
फल सब्जी से भी?
क्या पता आपने जिससे फल सब्जी खरीदी, वही कोरोना से संक्रमित हो. ऐसे में क्या करें? खाना खाना ही छोड़ दें? बिलकुल नहीं. सब्जी खरीद कर जब घर आएं तो फौरन साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं. सब्जी पका कर खाएं क्योंकि पकाने पर वायरस मर जाता है. और खाना पकाने से पहले भी हाथ धोएं. फलों को भी गुनगुने पानी से जरूर धोएं.
फ्रोजन खाना?
कोरोना वायरस गर्म तापमान को बर्दाश्त नहीं कर पाता लेकिन सर्दी इसे काफी पसंद है. यह वायरस माइनस 20 डिग्री में भी दो साल तक जिंदा रह सकता है. ऐसे में लोगों में फ्रोजन खाने को ले कर डर पैदा हो गया है. लेकिन आज तक ऐसा कोई मामला नहीं देखा गया जिसमें मौजूदा नॉवल कोरोना वायरस या फिर कोरोना की कोई और किस्म इस माध्यम से फैली हो.
चमगादड़ से?
रिसर्च के अनुसार नॉवल कोरोना वायरस की शुरुआत चीन में चमगादड़ों से ही हुई. इसी कारण चीन सरकार ने मीट बाजार में कई तरह के जानवरों की बिक्री पर रोक लगा दी है. लेकिन ये सोचना गलत होगा कि दुनिया से चमगादड़ ही हटा दिए जाएं तो सारी बीमारियां दूर हो जाएंगी. इंटरनेट में इस तरह की कई बातें चल रही हैं.