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बाल्टीमोर में पुल हादसे में शामिल जहाज पर फंसे भारतीय

२ अप्रैल २०२४

पिछले हफ्ते डाली नाम के जिस जहाज ने बाल्टीमोर में फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज को टक्कर मारकर तोड़ दिया था, उसके चालक दल में 20 भारतीय हैं, जिन्हें जहाज पर ही रखा गया है.

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बाल्टीमोर का पुल हादसा
अमेरिका के बाल्टीमोर में डाली जहाज पुल से टकरा गया थातस्वीर: Mike Pesoli/AP/picture alliance

अमेरिका के बाल्टीमोर में अधिकारियों ने मंगलवार को डाली जहाज की टक्कर में टूटे फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज का मलबा साफ करना शुरू कर दिया है. लेकिन जहाज के चालक दल के सदस्यों को जहाज से उतरने नहीं दिया गया है. चालक दल में कुल 21 सदस्य हैं जिनमें से 20 भारतीय और एक श्रीलंकाई नागरिक है.

चालक दल के इन सदस्यों को जहाज पर इसलिए रखा गया है ताकि वे नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड द्वारा की जा रही हादसे की जांच में सहयोग कर सकें. किसी सदस्य को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है लेकिन अमेरिकी मीडिया के मुताबिक कई सदस्यों से पूछताछ की जा चुकी है.

कब तक रहेंगे जहाज पर

अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि ये लोग कितने समय तक जहाज पर ही फंसे रहेंगे. एनटीएसबी की अध्यक्ष जेनिफर होमेंडी ने कहा कि इन लोगों को बिजली और खाना उपलब्ध है और वे अपने कमरों में ही रह रहे हैं.

सिंगापुर की कंपनी का जहाज डाली 948 फुट लंबा और 158 फुट चौड़ा है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि हादसे के बाद पानी में खड़ा यह जहाज कितना सुरक्षित है. होमेंडी ने मीडिया को बताया, "वे अंधेरे में नहीं बैठे हैं. लेकिन जहाज चल नहीं सकता.”

बुधवार को इन नाविकों से बात करने के बाद एक पादरी एंड्रयू मिडलटन ने न्यू यॉर्क टाइम्स को बताया कि उनके पास वक्त गुजारने के लिए टीवी और पढ़ने की सामग्री है और उन्होंने वाईफाई व सिमकार्ड भी मांगे हैं. हालांकि उन्हें जहाज से कब उतरने दिया जाएगा, यह अब तक भी स्पष्ट नहीं है. सामान्य परिस्थितियों में भी जहाजों के चालक दल के सदस्यों को अमेरिकी बंदरगाहों पर उतरने के लिए बहुत जटिल कागजी कार्रवाई से गुजरना पड़ता है.

'की ब्रिज' हादसा

'की ब्रिज' हादसा बीते मंगलवार हुआ था जब डाली उससे टकरा गया था. अब एनटीएसबी इस हादसे की जांच कर रहा है लेकिन सेना को इस जहाज को बंदरगाह से हटाने का काम सौंपा गया था. अमेरिकी कोस्ट गार्ड के वाइस एडमिरल पीटर गोटियर ने बुधवार को व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा, "सबसे बड़ी चुनौती तो स्टील के विशाल खंभों को जहाज से हटाना है. जहाज का अगला हिस्सा पानी में झुका हुआ है क्योंकि पुल का भारी मलबा उसके ऊपर पड़ा हुआ है.”

यूरोप में क्यों नहीं तोड़े जाते बड़े जहाज

गोटियर ने कहा कि चालक दल जांच में सहयोग कर रहा है और जहाज के कप्तान और उनके डिप्टी से पूछताछ की जा चुकी है. भारत के विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि जहाज के चालक दल में 20 भारतीय हैं.

दुनियाभर में जहाजरानी कारोबार में बड़ी संख्या में भारतीय काम करते हैं. भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक लगभग साढ़े तीन लाख भारतीय विभिन्न जहाजों पर कार्यरत हैं, जो कुल संख्या का 20 फीसदी है.

विवेक कुमार (रॉयटर्स)