1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

कौन थी दारया दुगिन, जो बम धमाके में मारी गईं

२२ अगस्त २०२२

‘पुतिन का दिमाग’ कहे जाने वाले रूसी विचारक आलेक्सांद्र दुगिन की बेटी दारया की ‘हत्या’ की चर्चा दुनियाभर में है. रूस में लोग यूक्रेन से इसका बदला लेने की बात कह रहे हैं. इस घटना पर इतना बवाल क्यों है, जानिए...

https://p.dw.com/p/4FqiM
दारया दुगिन की शनिवार को एक कार बम धमाके में मौत हो गई.
दारया दुगिन की शनिवार को एक कार बम धमाके में मौत हो गई.तस्वीर: TSARGRAD.TV via REUTERS

दारया की शनिवार को एक कार में हुए धमाके में मौत हो गई. 29 वर्षीया दारया रूस द्वारा यूक्रेन में चलाए जा रहे सैन्य अभियान की कट्टर समर्थक थीं और इस बारे में खूब बोल रही थीं.

रूस की राष्ट्रीय जांच समिति के मुताबिक शनिवार की रात मॉस्को के एक उपनगर में दारया की कार में धमाका हुआ. शुरुआती जांच में समिति को कार पर एक बम लगाए जाने के संकेत मिले हैं जिसके बाद इसे हत्या का मामला मानकर जांच की जा रही है.

रूसी मीडिया ने इस घटना के लिए यूक्रेनी आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है. मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस ‘हमले' का निशाना दारया के पिता आलेक्सांद्र थे. 60 वर्षीय आलेक्सांद्र दुगिन एक लेखक और दार्शनिक हैं जिन्होंने ‘यूरेशियानिज्म' का सिद्धांत दिया है. इस सिद्धांत में रूस और स्लाव नस्ल को यूरोप और एशिया में सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. दुगिन का सिद्धांत कहता है कि यूरेशिया पर रूस का अनुदारवादी और तानाशाही शासन होना चाहिए. इस सिद्धांत में अमेरिका और अटलांटिसिज्म के सिद्धांत को सीधी चुनौती दी गई है.

कौन हैं आलेक्सांद्र दुगिन?

आलेक्सांद्र दुगिन को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दिमाग कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि उनका पुतिन पर बहुत ज्यादा प्रभाव है और यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के विचार के पीछे भी वही थे. यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक पिता-पुत्री यूक्रेन के खिलाफ खुलेआम बोलते थे और आलेक्सांद्र दुगिन ने ‘यूक्रेनी लोगों के कत्लेआम' का आह्वान किया था. यूक्रेनी मीडिया ने कहा था कि दारया दुगिन ने यूक्रेन के लोगों को ‘कीड़े-मकौड़े' कहा था.

रूसी अधिकारी इस घटना को हत्या मानकर जांच कर रहे हैं
रूसी अधिकारी इस घटना को हत्या मानकर जांच कर रहे हैंतस्वीर: Investigative Committee of Russia via REUTERS

रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स के मुताबिक दुगिन और उनकी बेटी ने शनिवार को एक देशभक्ति उत्सव ‘परंपरा' में हिस्सा लिया था. इंटरफैक्स ने लिखा, "यह पहले से तय था कि पिता-पुत्री साथ ही उत्सव से निकलेंगे. लेकिन बाद में दारया अपनी कार में अकेले ही निकल गईं.” सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो शेयर किए गए हैं जिनमें जलती कार के सामने अवाक् आलेक्सांद्र अपना सिर पकड़े खड़े हैं.

1997 में आई उनकी किताब ‘द फाउंडेशंस ऑफ जियोपॉलिटिक्सः द जियोपॉलिटिकल फ्यूचर ऑफ रशिया' में यूरेशिया पर अमेरिकी प्रभाव की तीखी आलोचना की गई थी. इसी किताब में दुगिन ने रूस द्वारा इलाके पर अपना प्रभाव कायम करने और अन्य देशों की सीमाएं तोड़ने की वकालत की है.

यह भी पढ़ेंः रूस को इस साल ऊर्जा बेच कर और ज्यादा कमाई

2015 में अमेरिका ने दुगिन पर "यूक्रेन की शांति, सुरक्षा, स्थिरता, संप्रभुता या क्षेत्रीय एकता को खतरा पहुंचाने वाली गतिविधियों या नीतियों के लिए जिम्मेदार” बताकर प्रतिबंधित कर दिया था. इसी साल मार्च में अमेरिका ने कहा था कि दुगिन की यूरेशियन यूथ यूनियन ने सैन्य अनुभव रखने वाले युवाओं को भर्ती किया है जो पूर्वी यूक्रेन में डेनेत्स्क इलाके में लड़ रहे हैं.

बदला लेने का आह्वान

रूसी मीडिया में कहा जा रहा है कि यूक्रेनी आतंकवादियों ने ही दारया की हत्या की है और इसका बदला लिया जाना चाहिए. रूस के सरकारी टीवी चैनल आरटी की प्रमुख मार्गरीटा सिमोन्यान ने कहा कि इस धमाके के पीछे यूक्रेन का हाथ है और इसका बदला लिया जाना चाहिए.

उधर यूक्रेन ने इन आरोपों से इनकार किया है. वहां के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोडोलियाक ने टीवी पर कहा, "बेशक, यूक्रेन का इससे कोई लेनादेना नहीं है क्योंकि हम रूस की तरह अपराधी देश नहीं हैं.”

रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोव ने टेलीग्राम पर जारी एक सार्वजनिक संदेश में कहा कि दारया को एक ‘असली रूसी लड़की' के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने लिखा, "आलेक्सांद्र गेल्येविच, आपकी त्रासदी करोड़ों लोगों को दर्द बन गई है.”

रिपोर्टः विवेक कुमार (रॉयटर्स, डीपीए)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी