रेगिस्तान में गेहूं उगा रहे हैं इराकी
इराक के किसान नजफ के रेगिस्तान में गेहूं की खेती कर रहे हैं. दो ही साल में खेती की जमीन दोगुनी हो गई है. कैसे हो रही है रेगिस्तान में खेती?
रेगिस्तान में गेहूं की खेती
अमीन सालाह पहले इराक की फरात नदी के किनारे गेहूं की खेती करते थे. लेकिन लगातार पड़ते सूखे ने उन्हें जगह बदलने को मजबूर कर दिया. अब वह नजफ के रेगिस्तान में खेती करते हैं.
कुएं और फव्वारे
रेगिस्तान में, जहां पानी नहीं है, वहां खेती के लिए नया उपाय निकाला गया है. 300 फुट गहरे कुएं खोदे गए हैं और उनमें फव्वारे लगाए गए हैं.
बेहतर हुई खेती
सालाह कहते हैं कि फव्वारों से सिंचाई सस्ता माध्यम है. दो साल पहले उन्हें विभाग से यह सिस्टम मिला था और इसने बहुत पानी बचाया है. साथ ही गेहूं की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है.
दोगुने हुए खेत
इराक सरकार का कहना है कि इस तकनीक के दम पर 2022 के बाद से कृषि क्षेत्र दोगुना हो गया है. रेगिस्तानी इलाकों में खेती से खेती की जमीन बढ़ गई है.
समस्याएं भी हैं
हालांकि इस तकनीक की अपनी समस्याएं भी हैं. अगर भूमिगत जल का इस्तेमाल किया जाएगा तो रेगिस्तान के सोते सूख जाएंगे और अन्य जगहों पर भी पानी की कमी हो सकती है.