पेरिस में टेस्ट फ्लाइटः कितनी दूर है उड़न-टैक्सी?
१४ नवम्बर २०२२पेरिस में बीते गुरुवार को उड़न-टैक्सी का पहला परीक्षण किया गया. कई पंखों वाले इस इलेक्ट्रिक हेलिकॉप्टर ने पेरिस के नजदीक अपनी पहली उड़ान भरी. यह वोलोकॉप्टर आठ पंखों वाले एक विशाल ड्रोन जैसा नजर आता है.
परीक्षण-उड़ान के वक्त इस उड़न-टैक्सी में यात्री भी सवार थे. वे लोग पेरिस के बाहर पोंटोएज-कॉरमाइलेस हवाई अड्डे से उड़े और आसपास के इलाके में कई चक्कर लगाकर लौट आए. जर्मन कंपनी वोलोकॉप्टर के सीईओ डिर्क होके ने कहा कि अगले 18 महीने में उनका यान पंजीकरण के लिए तैयार हो जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि 2024 के पेरिस ओलिंपिक खेलों के वक्त कम दूरी की व्यवसायिक उड़ानें शुरू की जा सकेंगी.
कंपनी चाहती है कि उसका दो सीटों वाला यान पूरी तरह स्वचालित हो और उसमें सिर्फ यात्री सवार हों. हालांकि होके मानते हैं कि वह स्थिति हासिल करने के लिए फिलहाल काफी काम करना बाकी है. इसमें सुविधाएं विकसित करने से लेकर हवाई क्षेत्रों को इन सुविधाओं के साथ जोड़ने और लोगों की स्वीकार्यता हासिल करने जैसी चुनौतियां भी शामिल हैं.
आसान है इसे उड़ाना
पेरिस की उड़ान में पायल रहे पॉल स्टोन ने कहा कि इस उड़न-टैक्सी को उड़ाना बहुत आसान है. उन्होंने कहा कि यान के डिजिटल फ्लाई-बाई-वायर सिस्टम और आठ पंखों के कारण इस टैक्सी को उड़ाना एक पारंपरिक हेलिकॉप्टर उड़ाने से ज्यादा आसान है.
स्टोन ने कहा, "हेलिकॉप्टर में जब आप एक कंट्रोल को बदलते हैं तो तीन चीजें होती हैं. ये वैसा ही है जैसे कि आप सिर को थपथपाने और पेट को सहलाने का काम एक साथ करें. इस यान में उन्होंने सारी मुश्किलें दूर कर दी हैं. यह बहुत आसान है. कंट्रोल अक्ष पर हैं जिसके कारण इसे उड़ाना आसान है.”
फ्रांस का इला डे फ्रांस क्षेत्र इस उड़न-टैक्सी को लेकर खासा उत्साहित है. इलाके की क्षेत्रीय अध्यक्ष वैलरी पेक्रेसे ने कहा कि उनके प्रशासन ने इस कदम के लिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराई क्योंकि वह चाहती हैं कि पहली यात्री उड़ान इसी क्षेत्र से शुरू हो.
एक बयान में उन्होंने कहा, "शहरी यातायात के लिए कम ऊंचाई वाली उड़ानों का विकास संभावनाओं से भरी एक साहसिक शुरुआत है.”
उड़न-टैक्सी शुरू करने की होड़
दुनिया की कई कंपिनयों के साथ वोलोकॉप्टर एक ऐसी महंगी दौड़ का हिस्सा बन चुकी है जिसमें सबसे पहले उड़न-टैक्सी शुरू करने की होड़ लगी है. इन कंपनियों में लीलियम, जोबी एविएशन और एयरबस शामिल हैं. सभी कंपनियां इस कोशिश में हैं कि जल्द से जल्द उड़न-टैक्सी सेवाएं शुरू की जाएं, जिनके लिए सर्टिफिकेट लेने का काम तेजी से चल रहा है. वोलोकॉप्टर अगले दो साल में यह हासिल कर लेना चाहती है.
पेरिस से पहले दुनिया के कई शहर उड़न-टैक्सियों का परीक्षण कर चुके हैं. बर्लिन, ब्रातिस्लावा, बीजिंग, टोक्यो, दुबई और मेलबर्न में ऐसे परीक्षण हो चुके हैं. दुबई में तो वोलोकॉप्टर ने तीन साल पहले ही परीक्षण कर लिया था. हाल ही में चीनी कंपनी एक्सपेंग ने अपनी पहली उड़ान के लिए दुबई को चुना. कंपनी के महाप्रबंधक मिनग्वान क्यू ने बताया कि अभी कार पर शोध जारी है और कंपनी ने दुबई को पहली उड़ान के लिए चुना क्योंकि यह ‘दुनिया का सबसे इनोवेटिव शहर है.'
इस साल जनवरी में स्लोवाकिया की सरकार ने उड़ने वाली कार के एक मॉडल एयरकार को हवा में उड़ने योग्य मानते हुए प्रमाणपत्र जारी कर दिया था. इसका अर्थ है कि कार के कमर्शियल उत्पादन की दिशा में बढ़ा जा सकता है. इस कार को क्लाइनविजन नाम की एक कंपनी ने डिजाइन और तैयार किया है.
रिपोर्टः विवेक कुमार (रॉयटर्स)