जर्मनी में क्यों "दुबई चॉकलेट" के दीवाने हैं लोग
एक चॉकलेट में ऐसी क्या खास बात हो सकती है कि मामला कोर्ट तक पहुंच जाए. कस्टम विभाग एयरपोर्ट पर इसकी जांच करे. जर्मनी में "दुबई चॉकलेट" को लेकर कुछ ऐसी ही दीवानगी नजर आ रही है.
"सिर्फ दुबई से आ सकती है दुबई की चॉकलेट"
दुबई चॉकलेट का मामला जर्मनी के शहर कोलोन की एक अदालत में पहुंचा. दरअसल, जर्मन सुपरमार्केट आल्डी ने "आल्यान दुबई" नाम की चॉकलेट बेचनी शुरू की. ये चॉकलेट बिक रही थी जर्मन सुपरमार्केट में लेकिन इसे बनाया तुर्की में जा रहा था. आल्डी के खिलाफ मामला जर्मन कैंडी के आयातक आंद्रियाज विल्मर ने दर्ज कराया था.
चॉकलेट कंपनी लिंट और सुपरमार्केट लिडल के खिलाफ भी केस
ऐसा ही मामला विल्मर ने एक और जर्मन सुपरमार्केट चेन लिडल और स्विस ब्रैंड लिंट के खिलाफ दर्ज करवाया था. हालांकि, कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि दुबई चॉकलेट सिर्फ दुबई से ही आनी चाहिए. लेकिन जर्मन सुरमार्केट का कहना है कि उन्होंने सिर्फ नाम इस्तेमाल किया है, चॉकलेट की रेसिपी उनकी अपनी है.
ये दुबई चॉकलेट क्या बला है
2021 में दुबई की कंपनी फिक्स ने इसे एक लग्जरी चॉकलेट की तरह लॉन्च किया. इसे बनाया कंपनी की मालिक सारा हमूदा ने. इसके अंदर पिस्ता का पेस्ट भरा होता है. इसके बाद यह चॉकलेट बेहद वायरल हो गई. इसकी लोकप्रियता देखते हुए कंपनी ने इसके अलग अलग फ्लेवर लॉन्च किए. कई लोगों ने इसे घर पर बनाने की कोशिश की तो कई कंपनियों ने इसकी नकल करने की.
सोशल मीडिया ने दुबई चॉकलेट को किया मशहूर
पिछले साल सोशल मीडिया पर लगभग हर इनफ्लुएंसर की फीड पर दुबई चॉकलेट का एक रिव्यू जरूर मौजूद था. इस चॉकलेट का रिव्यू करना एक ट्रेंड बन गया. देखा जाए तो सोशल मीडिया ट्रेंड से ही यह चॉकलेट दुनिया के अलग अलग कोनों में पहुंची.
क्रिसमस मार्केट में दिखी दुबई चॉकलेट की धाक
जर्मनी अपने क्रिसमस मार्केट के लिए जाना जाता है. लेकिन इस बार के क्रिसमस मार्केट में भी दुबई चॉकलेट की एंट्री हुई. कई दुकानदारों ने बताया कि क्रिसमस मार्केट में उनकी सबसे ज्यादा बिकने वाली चीजों में ये चॉकलेट ही थी.
चॉकलेट की "तस्करी"
पिछले साल दिसंबर में जर्मनी के हैमबर्ग एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने एक महिला के पास से 90 किलो दुबई चॉकलेट जब्त की थी. महिला तीन सूटकेसों में ये चॉकलेट भरकर लाई थी लेकिन उसने इन पर टैक्स नहीं चुकाया था. अधिकारियों के मुताबिक महिला को गिरफ्तार नहीं किया गया लेकिन उस पर टैक्स चोरी का मामला जरूर दर्ज किया गया. चॉकलेट की तस्करी का यह मामला बताता है कि जर्मनी में लोग इसे कितना पसंद कर रहे हैं.
ट्रेंड की कीमत चुका रहे लोग?
अमूमन जर्मनों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक माना जाता है. लेकिन इस महंगे चॉकलेट की लोकप्रियता अपने आप में एक अजूबा है. असली दुबई चॉकलेट की कीमत करीब 69 यूरो है. लेकिन इसके चाहने वालों की तादाद देखते हुए ही इसके सस्ते वर्जन अलग अलग जर्मन सुपरमार्केट और चॉकलेट कंपनियां लॉन्च करने की होड़ में जुटी हुई हैं और अदालतों के चक्कर काट रही हैं.
क्या ट्रेंड के साथ खत्म हो जाएगी दुबई चॉकलेट की लोकप्रियता
दुबई चॉकलेट की लोकप्रियता के पीछे सोशल मीडिया की भूमिका अहम रही है. लेकिन सोशल मीडिया ट्रेंड हर दिन बदलते हैं. इसलिए दुबई चॉकलेट के चाहने वाले शायद सोशल मीडिया के साथ कम हो जाएं. जर्मनी के इंस्टिट्यूट फॉर जेनरेशन रिसर्च के मुताबिक 95 फीसदी से अधिक लोग अब मानते हैं कि इस चॉकलेट की कीमत बहुत ज्यादा है. वहीं, 60 फीसदी ने लोगों ने कहा कि इसे खरीदने की उनकी कोई योजना नहीं है.