क्लोनिंग से तैयार हो रहे हैं दौड़ के लिए ऊंट
दुबई में एक प्रयोगशाला के वैज्ञानिक अब ऊंटों की दौड़ और ब्यूटी कॉन्टेस्ट के लिए क्लोनिंग से ऊंट तैयार कर रहे हैं. यह एक बड़ा व्यवसाय बन गया है.
दौड़ के लिए क्लोनिंग
दुबई के वैज्ञानिक निसार वानी ऊंटों की क्लोनिंग कर रहे हैं. हर साल वे कई दर्जन ऊंटा बना रहे हैं, जिन्हें दौड़ में इस्तेमाल किया जाता है.
कई मुकाबलों में
वानी के तैयार किये ये ऊंट सिर्फ दौड़ में नहीं बल्कि ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भी शामिल होते हैं और बड़े इनाम जीतते हैं. साथ ही, इन्हें दूध उत्पादन में भी प्रयोग किया जाता है.
2009 में पहली बार
निसार वानी ने 2009 में क्लोनिंग से पहला ऊंट बनाया था. तब से दुबई के रिप्रोडक्टिव बायोटेक्नोलॉजी सेंटर में यह काम हो रहा है.
प्रक्रिया
इस क्लोनिंग के लिए ऊंटनी के अंडाणु की कोशिकाओं से डीएनए लिया जाता है और उन्हें किसी विजेता रह चुके ऊंट के डीएनए से मिलाया जाता है.
सर्वोत्तम नस्ल
निसार बताते हैं कि जो बच्चे बनते हैं, वे सबसे अच्छे ऊंटों की नकल होते हैं. वे रेसिंग चैंपियन या ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीत चुके ऊंटों की सबसे अच्छी नकल होते हैं.
बड़ा उद्योग
ऊंटों की क्लोनिंग खाड़ी देशों में बड़ा उद्योग बन चुका है. ऊंटों के मुकाबले जीतने वालों को बहुत अच्छी रकम इनाम में मिलती है.