यूक्रेन पर हमला, रूस को आर्थिक चोट
24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से उस पर आर्थिक पाबंदियों की झड़ी सी लग गई है. अमेरिका और यूरोपीय देश रूस पर आर्थिक दबाव हर दिन बढ़ा रहे हैं.
स्विफ्ट से बाहर
अमेरिका और यूरोपीय संघ ने कुछ रूसी बैंकों को स्विफ्ट से बैन करने पर सहमत हो गए हैं. इस सिस्टम के जरिए दुनिया भर में 11,000 से ज्यादा बैंकों और वित्तीय संस्थानों के बीच पैसा ट्रांसफर होता है.
रूस के लिए हवाई रास्ते बंद
यूक्रेन पर हमले के विरोध में कई देशों ने रूस के लिए अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं. यूरोप और कनाडा ने 27 फरवरी को कहा कि वे अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रहे हैं. अब अमेरिका पर भी ऐसा करने का दबाव है.
रूबल कमजोर
यूक्रेन के हमले के कारण रूसी करंसी रूबल रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है. सोमवार यानी 28 फरवरी को रूबल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 30 फीसदी तक टूट गई.
रूस में कैश के लिए कतारें
यूरोपीय संघ, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने घोषणा की है कि रूस के केंद्रीय बैंक की संपत्तियां जब्त कर ली जाएंगी. इसके बाद से ही देश में लोग एटीएम से पैसा निकालने के लिए जुटे हुए हैं. उन्हें डर है कि कहीं उनका कार्ड बाद में काम करना बंद ना कर दे या फिर निकासी पर कोई सीमा ना लग गए.
रोजनेफ्ट से नाता टूटा
ब्रिटेन की तेल कंपनी बीपी रूसी पेट्रोलियम कंपनी रोजनेफ्ट से अपनी 20 फीसदी हिस्सेदारी के साथ बाहर निकल जाएगी. बीपी के निदेशक ने रोजनेफ्ट के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया.