डॉनल्ड ट्रंप की दोबारा अमेरिका का राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं ने नाटो के यूरोपीय सदस्यों की नींद उड़ा दी है. उन्हें चिंता हो रही है कि भविष्य में अगर दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य ताकत की सुरक्षा गारंटी नहीं होगी तो उनका क्या होगा. इसके बाद यूरोप के परमाणु सुरक्षा उपायों पर दोबारा विचार को लेकर बहस शुरू हो गई है.