शोध: आग से अमेजन में 'जहरीली' हो रही है हवा
२७ अगस्त २०२०दुनिया के सबसे बड़े वर्षावनों में भीषण आग के कारण हवा "जहरीली" होती जा रही है. अमेजन के जंगलों में दूषित हवा के कारण सांस से जुड़ी तकलीफें बढ़ रही हैं. बुधवार को जारी ताजा शोध के मुताबिक क्षेत्र पहले से ही कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित है और अब दूषित हवा की समस्या पैदा हो गई है. पिछले साल अमेजन के जंगलों की आग ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया. इस आग की वजह से फैली प्रदूषित हवा के कारण अनुमानित 2,195 लोगों को सांस लेने की परेशानी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. ह्यूमन राइट्स वॉच और ब्राजील के अमेजन एनवॉयरमेंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईपीएएम) ने मिलकर इस शोध को किया है. शोध में 467 बच्चों और 1,080 व्यक्तियों को शामिल किया गया, 60 से 70 फीसदी मामलों में पीड़ितों को अस्पताल में दाखिल कराया गया.
शोध के लेखकों का कहना है कि इस साल के अभी तक के डाटा आग के खतरनाक स्तरों और वन कटाई के चिंताजनक हालात को दर्शाते हैं. लेखकों ने एक बयान में कहा, "अनियंत्रित वनों की कटाई से होने वाली आग की घटनाओं से ब्राजील के लाखों लोगों की सांसें 'जहरीली' हो रही है, जिससे पूरे ब्राजील के अमेजन में स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है." अमेजन में आग लगने का मुख्य कारण जंगलों को काटकर खेती के लिए जमीन तैयार करना और पशुपालन के लिए ढांचा तैयार करना होता है, उसके बाद गैर कानूनी तौर पर पेड़ों को आग के हवाले कर दिया जाता है.
इस शोध के लिए डाटा का सांख्यिकीय विश्लेषण का इस्तेमाल किया गया, सांस लेने की आपात स्थिति में कितने लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, यह अनुमान लगाने के लिए कि आग की वजह से 2019 में कितनी वृद्धि हुई. शोध के लेखकों ने चेतावनी दी है कि यह समस्या 2020 कोरोना वायरस के कारण और गंभीर हो जाएगी. कोरोना वायरस महामारी ने अमेजन के ब्राजील वाले हिस्से को बुरी तरह से प्रभावित किया है और आग की घटनाओं से मामला गंभीर हो सकता है. अगस्त से लेकर अक्टूबर के बीच आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं, इस वजह से अस्पतालों पर बोझ और अधिक बढ़ने की आशंका है. साथ ही लेखकों ने जंगलों में रहने वाले स्थानीय समुदाय के लोगों के प्रति चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि वायु प्रदूषण का असर उन पर भी सबसे अधिक होगा, इस आबादी के कोविड-19 की चपेट में आने की आशंका ज्यादा है.
शोध के लेखकों ने ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो की अमेजन को लेकर नीति की भी आलोचना की है क्योंकि अमेजन का 60 फीसदी हिस्सा ब्राजील में है. ह्यूमन राइट्स वॉच ब्राजील की निदेशक मारिया लौरा कैनाइनु कहती हैं, "बोल्सोनारो प्रशासन की लगातार विफलता अमेजन के निवासियों के स्वास्थय को तत्काल प्रभावित कर रही है और वैश्विक जलवायु परिवर्तन के दीर्घकालिक नतीजों पर असर डालेगी."
एए/आईबी (एएफपी)
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