जर्मनी में धुर दक्षिणपंथियों के खिलाफ लाखों लोग सड़कों पर
बीते सप्ताहांत पर जर्मनी के कई इलाकों में धुर दक्षिणपंथियों के विरोध में और लोकतंत्र के समर्थन में व्यापक प्रदर्शन आयोजित किए गए. लाखों लोग अपने अपने घरों से निकल सड़कों पर आ गए.
फ्रैंकफर्ट में प्रदर्शन
फ्रैंकफर्ट के रोमेरबर्ग में धुर दक्षिणपंथ और एफडी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ इकठ्ठा हुई. उनका नारा था "डिफेंड डेमोक्रेसी." पुलिस का अनुमान है कि प्रदर्शन में करीब 70,000 लोग शामिल हुए.
एक साथ, ना कि एक दूसरे के खिलाफ
नूरेम्बर्ग में एक प्रदर्शन में करीब 15,000 लोग शामिल हुए. इस पोस्टर पर लिखा है "हमें मैत्री चाहिए." यह प्रदर्शन एएफडी, सीडीयू और आइडेंटिटीटेरियन मूवमेंट संगठनों के धुर दक्षिणपंथी प्रतिनिधियों की एक बैठक की प्रतिक्रिया में आयोजित किया गया था. रिपोर्टों के मुताबिक उस बैठक में जर्मनी में शरण मांगने वाले लोगों और विदेशी मूल के जर्मन नागरिकों को उनके देश वापस भेजने पर चर्चा हुई थी.
हाइडलबर्ग का हाल
पुलिस का अनुमान है कि हाइडलबर्ग सिटी सेंटर में आयोजित किए गए इस प्रदर्शन में करीब 18,000 लोग शामिल हुए. यह संख्या शहर की आबादी के 10 प्रतिशत हिस्से से भी ज्यादा है. 3,40,000 की आबादी वाले बॉन शहर में भी 25,000 लोग सड़कों पर निकले.
सिल्ट द्वीप पर भी प्रदर्शन
उत्तरी सागर में स्थित द्वीप सिल्ट में भी ऐसे एक प्रदर्शन का आयोजन किया गया. पर्यटन के लिए लोकप्रिय इस द्वीप में भी इस प्रदर्शन में करीब 1,000 स्थानीय लोग और अतिथि शामिल हुए.
उल्म में भी हजारों की भीड़
उल्म के मुंस्टरप्लात्स पर धूप खिली और हजारों लोग हाथों में पोस्टर लिए, नफरत और नफरती भाषणों के खिलाफ नारे लगाते हुए बाहर निकले. पुलिस का अनुमान है कि 10,000 लोग प्रदर्शन में शामिल हुए.
म्यूनिख में इतनी भीड़ कि बंद करना पड़ा आयोजन
म्यूनिख में धुर दक्षिणपंथ के खिलाफ प्रदर्शन के आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में लोग आए कि बहुत ज्यादा भीड़ की वजह से आयोजन को रद्द ही कर देना पड़ा. पुलिस के अनुमान के मुताबिक करीब 80,000 लोग आ गए थे. जब आयोजकों ने कहा कि उन्हें 2,50,000 लोगों के आने की उम्मीद है, तब पुलिस ने कहा कि अब वो सुरक्षा की गारंटी नहीं पाएगी. उसके बाद आयोजन को रद्द कर देना पड़ा.
आलू भी तो प्रवासी है
म्यूनिख में एक प्रदर्शनकारी के पोस्टर पर लिखा है "आलू भी प्रवासी पृष्ठभूमि से है". यह पोस्टर धुर दक्षिणपंथी पार्टियों की "रीइमिग्रेशन" योजनाओं के विरोध में संदेश दे रहा है. "रीइमिग्रेशन" को हाल ही में जर्मनी के "नॉन वर्ड ऑफ द ईयर" की उपाधि दी गई थी, यानी ऐसा कोई शब्द है ही नहीं.
बर्लिन में सब आए साथ
बर्लिन में प्रदर्शन के आयोजकों ने बताया कि देश में दक्षिणपंथी प्रवृत्तियों के उभार के खिलाफ अपना असंतोष जाहिर करने के लिए बर्लिन में करीब 3,50,000 लोग सड़कों पर उतर आए. उनका नारा था "डिफेंडिंग डेमोक्रेसी: दक्षिणपंथ के खिलाफ एक साथ". हालांकि पुलिस का अनुमान है कि करीब 1,00,000 लोग ही आए थे.
कोलोन में भी प्रदर्शन सफल
कोलोन में मौसम ठंडा था, लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों का अनुमान है कि करीब 70,000 लोग प्रदर्शन में शामिल हुए. संविधान की रक्षा के लिए फेडरल कार्यालय के अध्यक्ष थॉमस हाल्डेनवांग ने प्रदर्शनकारियों का स्वागत किया और कहा कि देश की सभी सेंट्रिस्ट-लोकतांत्रिक पार्टियों ने स्थिति की गंभीरता को माना है. (क्लाउडिया डेन)