खतरे में है ऑस्ट्रेलिया का ग्रेट बैरियर रीफ
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ के खतरे में होने की चेतावनी दी है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया इससे सहमत नहीं है. दुनिया के सैलानी यूनेस्को की विरासतों में शामिल ग्रेट बैरियर रीफ देखने आते हैं.
ग्रेट बैरियर रीफ पर कैसा खतरा
यूनेस्को की ओर से विशेषज्ञों की छानबीन के बाद तैयार रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्म होते सागर और कृषि प्रदूषण के कारण ग्रेट बैरियर रीफ पर जोखिम है और इसके लचीलेपन को भारी नुकसान पहुंचा है.
क्या कहा गया है रिपोर्ट में
इंटरनेशनल यूनियन ऑफ कंजर्वेशन ऑफ नेचर और यूनेस्को के विशेषज्ञों की रिपोर्ट में इसे बचाने के लिए ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धता को स्वीकार किया गया है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इसके बावजूद जलवायु परिवर्तन और कृषि प्रदूषण से इसे नुकसान पहुंच रहा है.
ऑस्ट्रेलिया का विरोध
ऑस्ट्रेलिया की पर्यावरण मंत्री तान्या प्लिबेरसेक ने माना है कि रीफ पर खतरा है लेकिन इसे यूनेस्को के "खतरे में विश्व विरासतों" की सूची में डालना जरूरत से ज्यादा बड़ा कदम होगा. उनका कहना है कि यह अकेला नहीं है अगर यह खतरे में है तो दुनिया की ज्यादातर विश्व विरासतें खतरे में हैं.
पहले भी खतरे की चेतावनी दी गई है
यूनेस्को ने 2021 की रिपोर्ट के बाद ही ग्रेट बैरियर रीफ को खतरे वाले जगहों की सूची में डालना चाहा था. हालांकि ऑस्ट्रेलिया की पिछली दक्षिणपंथी सरकार की भारी लॉबिइंग की वजह से ऐसा नहीं हो सका. यूनेस्को ने सबसे पहले 2010 में इसे नुकसान होने की ओर ध्यान दिलाया था.
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों की रिपोर्ट
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने मई में रिपोर्ट दी थी कि लंबे समय तक चली गर्मियों की लू के दौरान 91 फीसदी कोरल रीफ को ब्लीचिंग से नुकसान पहुंचा. यह पहली बार था जब रीफ को ला नीना मौसम चक्र के दौरान ब्लीचिंग से नुकसान हुआ. आमतौर पर इस समय सागर का तापमान कम रहता है.
द ग्रेट बैरियर रीफ
ग्रेट बैरियर रीफ दुनिया भर के कोरल रीफ इकोसिस्टम का 10 फीसदी है. करीब 2500 रीफ का नेटवर्क 348,000 वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला है.
ब्लीचिंग से नुकसान
2016, 2017 और 2020 में दो तिहाई कोरल को नुकसान पहुंचा था. गर्मी के कारण कोरल को ब्लीच से नुकसान होता है. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि ज्यादातर कोरल हाल में हुए नुकसान से आने वाले सालों में उबर सकेंगे.
सैलानियों के लिए बड़ा आकर्षण
ग्रैट बैरियर रीफ ऑस्ट्रेलिया का बड़ा आकर्षण है. ऑस्ट्रेलिया की मरीन कंजर्वेशन सोसायटी का कहना है कि इससे करीब हर साल 60,000 नौकरियां और 4 अरब अमेरिकी डॉलर का राजस्व हासिल होता है.