नाजी काल की विभीषिका बयान करते हैं ये ग्राफिक उपन्यास
हाल ही में अमेरिका में 1944 की एक कॉमिक स्ट्रिप मिली जिसे होलोकॉस्ट के बारे में सबसे पुरानी कॉमिक्स माना जा रहा है. बीते दशकों में कई कलाकारों ने नाजी काल की दास्तां कॉमिक्स के जरिए बताने की कोशिश की है.
नाजियों के अत्याचार का चित्रण
डच इतिहासकार किस रिब्बंस को 1944 का यह कॉमिक्स "नाजी डेथ परेड" इंटरनेट पर एक अमेरिकी दुकान की वेबसाइट पर मिली. इसमें मवेशियों के लिए बनी गाड़ी में इंसानों, बाथरूम जैसे दिखने वाले गैस चेम्बरों में हत्याओं और ओवन में जल रही लाशों के चित्र हैं. चित्र चश्मदीद गवाहों के बयानों पर आधारित हैं. रिब्बंस के मुताबिक यह कॉमिक्स नाजी शासन के खिलाफ एक अभियान का हिस्सा था.
'माउस': एक सर्वाइवर की कहानी
नाजी काल के बारे में अमेरिकी लेखक आर्ट स्पीगलमैन की विश्व प्रसिद्द कॉमिक्स 1991 में छपी थी. उसमें यहूदियों को चूहों और जर्मनों को बिल्लियों के रूप में दिखाया गया है. पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले इस ग्राफिक उपन्यास में स्पीगलमैन ने आउश्वित्ज कंसंट्रेशन कैंप से बच निकलने वाले अपने पिता की कहानी बताई है. उन्होंने अपनी मां की आत्महत्या और अपने परिवार के तनावपूर्ण रिश्तों के बारे में भी बताया है.
नाजी काल, एक बच्चे की नजर से
लोइस डॉविलिएर की "हिडेन: अ चाइल्ड्स स्टोरी ऑफ द होलोकॉस्ट" (2014) मानवता के लिए एक मर्मस्पर्शी अपील है. एल्सा अपनी दादी डौनिया से पूछती है, "मुझे जब बुरे सपने आते हैं तो मैं मम्मी को उनके बारे में बता देती हूं और उसके बाद मुझे काफी बेहतर लगता है. क्या आप मुझे अपने बुरे सपनों के बारे में बताना चाहती हैं?" यहूदी डौनिया अपनी दशकों पुरानी चुप्पी को तोड़ती हैं और उनके साथ क्या हुआ था एल्सा को बताती हैं.
जर्मनी और मयोरका के बीच
"आंट वुसी" (2016) ग्राफिक उपन्यास भी अर्ध-आत्मकथा शैली में ही है. लेखिका कैटरीन बेचर स्पेन के द्वीप मयोरका में अपनी दादी से मिलने जाती हैं और अपने परिवार के इतिहास के बारे में जानती हैं. परिवार जर्मनी का रहने वाला है जहां कैटरीन की परदादी और उनके परिवार के बाकी सदस्यों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा.
एक नाजी पनडुब्बी बंकर
"वैलेन्टिन" (2019) येंस जेनियर का ग्राफिक उपन्यास है जो एक फ्रांसीसी रेमंड पोर्तेफाश की डायरी पर आधारित है. एक कंसंट्रेशन कैंप में कैद पोर्तेफाश को ब्रेमेन में "वैलेन्टिन" नाम के एक पनडुब्बी बंकर के निर्माण के काम में लगाया गया था. इसे नाजी बनवा रहे थे और इसे बनाने के दौरान 1,000 से भी ज्यादा जबरन मजदूरी कर रहे लोगों की जान चली गई थी.
नाजियों का शिकार करने वाले पति-पत्नी
2020 में छपे पास्कल ब्रेस्सों और सीलवैन दोरांज के कॉमिक्स ने नाजियों का शिकार करने वाली फ्रांस की सबसे मशहूर जोड़ी को अमर कर दिया. सर्ज क्लार्सफेल्ड के पिता की आउश्वित्ज में हत्या हो गई थी. अपनी होने वाली पत्नी बीटे से मिलने के बाद दोनों ने नाजी युद्धकालीन अपराधियों को खोजना शुरू कर दिया. 1968 में बीटे ने जर्मन चांसलर कर्ट जॉर्ज किसिंजर को नाजी कह कर उन्हें एक थप्पड़ लगा दिया था. (सुजैन कॉर्ड्स)