पोर्न क्या है, 6 गानों में जानिए
अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें लगता है कि पोर्न देखने का भी कोई फायदा हो सकता है, तो हमें आपसे सहानुभूति है. जानिए, पोर्न आपके दिमाग के साथ क्या करता है.
बार-बार देखो, हजार बार देखो
पोर्न देखते वक्त दिमाग में डोपामाइन बनता है जो आनंद देता है. अगली बार जब आप पोर्न देखेंगे तो उतने ही आनंद के लिए आपको ज्यादा डोपमाइन चाहिए होगा. उसके लिए आप या तो ज्यादा पोर्न देखेंगे या ज्यादा खतरनाक देखेंगे. इस तरह आपको लत लग जाएगी.
मोहे भूल गए सांवरिया
सेक्स करते वक्त या पोर्न देखते वक्त मस्तिष्क में कई रसायन बनते हैं जैसे ऑक्सिटोसिन और वासोप्रेसिन. ये याददाश्त के लिए जिम्मेदार होते हैं. जिस चीज को देखने में ज्यादा आनंद मिलता है, उसे दिमाग याद रख लेता है. पोर्न देखने के दौरान ये दोनों रसायन बनते हैं तो दिमाग पोर्न को याद रखने लगता है. बाकी चीजें पीछे चली जाती हैं.
देख भाई देख, बार-बार देख
सेक्स के दौरान कई सेरोटोनिन एजेंट्स बनते हैं जो हमें शांत करने का काम करते हैं. जब दिमाग इस भाव को पोर्न से जोड़ लेता है तो फिर सेक्स करने से ज्यादा देखने को उकसाने लगता है.
मैं पीता नहीं हूं, पिलाई गई है
केंब्रिज यूनिवर्सिटी के जर्नल में छपी एक स्टडी बताती है कि शराबी को शराब देखने में मजा आने लगता है क्योंकि शराब देखते ही उसके दिमाग के वे हिस्से ऐक्टिव हो जाते हैं जिन्हें रिवॉर्ड सेंटर्स कहा जाता है. ठीक ऐसा ही पोर्न देखने वालों के साथ होता है.
आपको देखकर देखता रह गया
पोर्न देखने से सेक्स की इच्छा कम होने लगती है क्योंकि मस्तिष्क को लगता है कि अगर देखने से ही आनंद पाया जा सकता है तो उस काम को करने की जरूरत नहीं है.
समझ मैनु आवे ना
जर्मनी में छपी एक स्टडी में सिमोन कून ने पाया कि जो लोग ज्यादा पोर्न देखते हैं उनके मस्तिष्क के कुछ हिस्से छोटे थे. अब ऐसा पोर्न देखने से हुआ या नहीं, इस निष्कर्ष पर तो नहीं पहुंचा जा सकता. लेकिन सोचिए, आप पोर्न देखते हैं तो आपके मस्तिष्क के समझदारी वाले हिस्से दूसरों से छोटे हैं.