जम्मू-कश्मीर: तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमला, 9 की मौत
१० जून २०२४भारत में जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार, 9 जून को शिव खोड़ी गुफा तीर्थ स्थल से कटरा लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर संदिग्ध आतंकवादियों ने फायरिंग की. बताया जा रहा है कि हमले की वजह से बस का ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा और बस गहरी खाई में जा गिरी. इस हादसे में एक बच्चे समेत कम से कम नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 33 अन्य यात्री घायल हो गए.
रियासी जिले की एसएसपी मोहिता शर्मा ने मीडिया से कहा, "हमें सूचना मिली थी कि आतंकवादी घात लगाए बैठे थे और उन्होंने शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर गोलीबारी की. नतीजतन, ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और बस खाई में गिर गई. बचाव अभियान पूरा हो चुका है."
उन्होंने कहा, "नौ लोग मारे गए हैं और 33 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बस में सवार लोग स्थानीय नहीं हैं, लेकिन उनकी पहचान की पुष्टि होनी बाकी है." एसएसपी ने बताया कि ये लोग उत्तर प्रदेश के हो सकते हैं. शिव खोड़ी तीर्थस्थल को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने हादसे के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया.
रियासी के हादसे पर नेताओं की प्रतिक्रिया
9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया. सिन्हा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया और मुझे स्थिति पर लगातार नजर रखने और परिवारों को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया."
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इस आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि इस "कायरतापूर्ण हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा."
जम्मी-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर के रियासी से भयावह खबर मिली है. जहां एक बस पर हुए आतंकी हमले में 10 यात्रियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं. यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन क्षेत्रों को पहले सभी आतंकवादियों से मुक्त कर दिया गया था, वहां आतंकवाद की वापसी हो रही है. मृतकों की आत्मा को शांति मिले और घायल शीघ्र स्वस्थ हों."
वहीं कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने हमले को कायराना बताया और एक्स पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में, शिव खोड़ी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुआ कायरतापूर्ण आतंकी हमला अत्यंत दुखद है. यह शर्मनाक घटना जम्मू-कश्मीर के चिंताजनक सुरक्षा हालातों की असली तस्वीर है. मैं सभी शोक संतप्त परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की आशा करता हूं."
माहौल बिगाड़ने की कोशिश
यह हमला क्षेत्र में हिंसा में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है. पड़ोसी जिले राजौरी और पुंछ की तुलना में रियासी जिला आतंकवादी गतिविधियों से अपेक्षाकृत अछूता रहा है. लेकिन 9 जून की घटना से कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं. रिपोर्टों के मुताबिक 2021 से अब तक राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकवादी हमलों में 38 सैनिक और 11 नागरिक मारे गए हैं.
इससे पहले 18 मई को जम्मू-कश्मीर के शोपियां और अनंतनाग में दो आतंकवादी हमले हुए थे. कश्मीर में ये दोनों हमले लोकसभा के पांचवें चरण के मतदान के ठीक पहले हुए थे. आतंकवादियों ने शोपियां जिले के हीरपुरा में पूर्व सरपंच एजाज अहमद शेख के घर में घुस कर उसे गोली मार दी थी, शेख की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
वहीं उसी दिन अनंतनाग जिले के पहलगाम में राजस्थान से आए पर्यटक दंपति आतंकवादियों के हमले में घायल हो गए थे. जम्मू-कश्मीर में बिहार और यूपी जैसे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर भी आतंकवादियों के निशाने पर आ चुके हैं. पिछले साल बिहार के तीन प्रवासी मजदूरों पर आतंकवादियों ने गोली चला दी थी. इस हमले में तीनों मजदूर बच गए थे.
रॉयटर्स के मुताबिक इसके पहले 2017 में अमरनाथ यात्रियों की एक बस पर आतंकवादी हमला हुआ था. 2019 में पुलवामा हमले के बाद भी कश्मीर में पर्यटकों की संख्या कम हो गई थी, लेकिन 2021 से फिर से पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी थी.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जहां 2019 में 5,65,532 पर्यटक कश्मीर गए, 2020 में इनकी संख्या घट कर 41,267 हो गई थी. लेकिन 2021 में संख्या फिर से बढ़ी और 6,65,777 हो गई. 2022 में 26,73,442 और 2023 में 27,10,497 पर्यटक कश्मीर गए.