असम में बारिश का कहर, बाढ़ से 11 लाख लोग प्रभावित
१७ जून २०२२असम के बजली, बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, धुबरी, दीमा हसाओ, गोलपारा, होजई, कामरूप और कामरूप मेट्रोपॉलिटन समेत 25 जिलों में बाढ़ से 11 लाख के करीब लोग प्रभावित हुए हैं.
जबकि गोलपारा, दीमा हसाओ और उदलगुरी में चार लोगों की बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मौत हो गई है. राज्य में मरने वालों की संख्या अब तक 46 हो गई है. असम में पिछले तीनों दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
राज्य में बारिश और बाढ़ के कारण हालात बदतर हो गए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक भारी बारिश और बाढ़ के कारण 13 तटबंध टूट गए, 64 सड़कें और कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
भयानक बाढ़ की चपेट में असम, ग्लोबल वॉर्मिंग से बदल रहा पूर्वोत्तर का मौसम!
ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है, जबकि मानस, पगलाडिया, पुथिमारी, कोपिली और गौरंगा नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. धुबरी और नेमाटीघाट में ब्रह्मपुत्र का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. दूसरी ओर गुवाहाटी शहर में भूस्खलन की कई घटनाओं की सूचनाएं मिली हैं. यहां नूनमती इलाके के अजंतानगर में तीन लोग घायल हो गए हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन के अलावा एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित लोगों को बचाने और राहत सामग्री बांटने के काम में जुटी हुई हैं.
भारी बारिश ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 19782.80 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है. राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 72 राजस्व मंडलों के अंतर्गत आने वाले 1,510 गांव फिलहाल पानी में डूबे हुए हैं. भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए शुक्रवार को कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखे गए हैं.
बाढ़ प्रभावित जिलों के प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें जब तक कि बहुत जरूरी न हो या कोई मेडिकल इमरजेंसी न हो.
असम के अलावा मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है. मेघालय में भूस्खलन, आकाशीय बिजली गिरने और अचानक आई बाढ़ से कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है.