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मोदी: बालाकोट हमले की जानकारी पहले पाकिस्तान को दी

३० अप्रैल २०२४

कर्नाटक में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने बालाकोट हमले की जानकारी सबसे पहले पाकिस्तान को दी थी.

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कर्नाटक की रैली में पीएम ने कहा, "मोदी पीछे से हमला करने में विश्वास नहीं रखता और खुलकर आमने-सामने लड़ता है"
कर्नाटक की रैली में पीएम ने कहा, "मोदी पीछे से हमला करने में विश्वास नहीं रखता और खुलकर आमने-सामने लड़ता है"तस्वीर: ANI Photo/Hindustan Times/Sipa USA/picture alliance

लोकसभा चुनाव में एक बार फिर बालाकोट एयरस्ट्राइक का जिक्र हुआ है. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के बागलकोट में इसके बारे में दावा करते हुए कहा कि उन्होंने इस हमले के बारे में सबसे पहले पाकिस्तान को सूचित किया और फिर जाकर दुनिया को जानकारी दी.

"मोदी पीछे से हमला नहीं करता"

उन्होंने अपने चुनावी भाषण में कहा "मोदी पीछे से हमला करने में विश्वास नहीं रखता और खुलकर आमने-सामने लड़ता है."

मोदी ने कहा, "मैंने सुरक्षाबलों से कहा था कि वह मीडिया को बुलाकर इसकी जानकारी दें लेकिन मैंने पहले कहा कि मैं पाकिस्तान को फोन के जरिए रात में हवाई हमले और उससे हुई तबाही के बारे में जानकारी दूंगा, लेकिन पाकिस्तान के लोग फोन पर नहीं आए."

मोदी ने आगे कहा, "मैंने सुरक्षा बलों को इंतजार करने के लिए कहा और उन्हें सूचित करने के बाद हमने बाद में रात के दौरान हुए हवाई हमलों के बारे में दुनिया के सामने खुलासा किया."

उन्होंने कहा, "मोदी न तो चीजें छिपाता है और न ही छिप कर वार करता है, और वह जो करता है, खुलकर करता है."

पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक

14 फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे. पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में भारत के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया.

बालाकोट हमलों के बाद भारत ने कहा था कि रात भर के ऑपरेशन में "बहुत बड़ी संख्या में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी, प्रशिक्षक और वरिष्ठ कमांडर" मारे गए.

14 फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे
14 फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थेतस्वीर: IANS

मोदी ने देश में निर्दोष लोगों को मारने की कोशिश करने वालों को भी चेतावनी दी और कहा, "यह नया भारत है. घर में घुसकर मारेगा."

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि "अगर आतंकवादी पाकिस्तान भागेंगे तो हम पाकिस्तान में घुसकर उन्हें मारेंगे."

राजनाथ के बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत "भड़काऊ" टिप्पणी कर रहा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, "पाकिस्तान आक्रामकता के किसी भी कृत्य के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए तैयार है. पाकिस्तान ने हमेशा क्षेत्र में शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है."

राजनाथ सिंह का यह बयान ब्रिटिश अखबार द गार्डियन की उस रिपोर्ट के बाद आया था जिसमें अखबार ने दावा किया था कि 2019 में पुलवामा हमले के बाद से भारत की खुफिया एजेंसी रॉ ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों की हत्याएं की हैं.

पाकिस्तान में "टारगेट किलिंग" का दावा

रिपोर्ट में पाकिस्तान द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों और सीमा के दोनों ओर के खुफिया अधिकारियों के इंटरव्यू का हवाला दिया गया था. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि दिल्ली ने "उन लोगों को निशाना बनाने की नीति लागू की है जिन्हें वह भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण मानता है."

रिपोर्ट में कहा गया कि ये हत्याएं "भारतीय खुफिया एजेंसी के स्लीपर सेल द्वारा अंजाम दी जा रहीं थीं जो ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात से संचालित होती थीं."

हालांकि भारत ने द गार्डियन अखबार की टारगेट किलिंग का दावा करने वाली रिपोर्ट को "झूठा और भारत विरोधी प्रचार" बताकर खारिज कर दिया था.

विश्लेषकों का मानना ​​है कि इस तरह के बयानों से बीजेपी खासकर हिंदू मतदाताओं को यह विश्वास दिलाना चाहती है कि वह एक मजबूत पार्टी है जो पाकिस्तान को "सबक" सिखा सकती है और उसके किसी भी हमले का जवाब दे सकती है.