हजारों फलस्तीनियों को पहचान पत्र देगा इस्राएल
२९ दिसम्बर २०२१इस्राएल के रक्षा मंत्री बेनी गांत्स ने फलस्तीन के शीर्ष नेता महमूद अब्बास के साथ मुलाकात की है. इस्राएली रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस बैठक में नागरिक सुरक्षा से जुड़े कई मामलों पर बातचीत हुई है. हाल के सालों में यह एक विरला मौका है, जहां इस्राएल और फलस्तीनियों के बीच इतनी उच्च स्तरीय बैठक हुई हो.
फलस्तीनियों को पहचान पत्र
इस्राएली मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांत्स ने तेल अवीव इलाके में स्थित अपने घर पर अब्बास की अगवानी की. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच अगस्त 2021 में मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात में गांत्स ने अब्बास को "आर्थिक और नागरिक मामलों में भरोसा कायम करने वाले तरीकों पर और आगे बढ़ने" के अपने इरादे के बारे में बताया. बातचीत के बाद, गांत्स ने वेस्ट बैंक में मौजूद 6,000 और गजा पट्टी के 3,500 फलस्तीनियों की पहचान को मानवीय आधार पर पहचान पत्र देने का फैसला किया. इस्राएल की ओर से रोका गया करीब 239 करोड़ रुपये का टैक्स भी फलस्तीनी प्रशासन के सुपुर्द किया जाएगा. इसके अलावा, 500 लोगों को व्यापार के मकसद से इस्राएल में कार ले जाने की अनुमति दी जाएगी.
सन 1967 से वेस्ट बैंक पर इस्राएल का कब्जा है. कुछ ही महीने पहले अक्टूबर में इस्राएल ने वेस्ट बैंक में रहने वाले 4,000 फलस्तीनियों को पहचान पत्र जारी करने की घोषणा की थी, जिसकी मदद से वे चेक नाकों से बेरोक टोक आ जा सकें. आधिकारिक पंजीकरण का यह अभियान बरसों से बंद पड़ा था.
शांति के कितने करीब
फलस्तीनियों ने पिछले कुछ हफ्तों में इस्राएल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी येरूशलम में रहने वाले इस्राएली बाशिंदों पर हमले किए हैं. इसी तरह इस्राएली बाशिंदों की तरफ से फलस्तीनियों पर हमला करने की खबरें भी सामने आई हैं. अमेरिका की मध्यस्थता से दोनों पक्षों के बीच चल रही शांति वार्ता, साल 2014 में अटक गई थी. अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुने जाने बाद अब्बास ने मध्य-पूर्व में शांति कायम करने के लिए दोबारा वार्ता शुरू करने की इच्छा जताई है.
अब्बास के लिए वार्ता का मकसद एक आजाद फलस्तीनी राष्ट्र बनाना है. फलस्तीनी चाहते हैं कि उनका अपना राष्ट्र हो, जिसकी राजधानी पूर्वी येरूशलम बने. दूसरी ओर इस्राएली प्रधानमंत्री नफताली बेनेट फलस्तीनी राष्ट्र के खिलाफ हैं. हालांकि, वह खुद भी वेस्ट बैंक इलाके में संघर्ष कम करने और आम लोगों के लिए हालात बेहतर करने की बात कह चुके हैं.
हमास की प्रतिक्रिया
फलस्तीनी चरमपंथी समूह, हमास ने इस बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति अब्बास की निंदा की है. हमास के प्रवक्ता हाजेम कासम ने कहा कि फलस्तीनी प्रशासन के इस रवैये ने फलस्तीन की राजनीति में ज्यादा बिखराव ला दिया है. कासम का कहना है कि इससे फलस्तीनी इलाके पर कब्जा करने वालों के साथ स्थिति सामान्य करने के पक्षधर लोग मजबूत होंगे और फलस्तीनियों का प्रतिरोध कमजोर पड़ेगा.
आरएस/आरपी (डीपीए, एपी)