पहली बार बोले प्रज्वल रेवन्ना, भारत लौटने की बात कही
२८ मई २०२४अप्रैल में कर्नाटक में यौन शोषण के हजारों मामलों के आरोपों का खुलासा होने से ठीक पहले जर्मनी आ गए प्रज्ज्वल रेवन्ना ने सोमवार को पहली बार चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि वह भारत लौटेंगे और अपने ऊपर लगे आरोपों का सामना करेंगे.
लोकसभा चुनाव के बीच कर्नाटक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और उनके पोते प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. 26 अप्रैल को कर्नाटक की 14 लोकसभा सीटों पर मतदान होना था. उससे ठीक दो दिन पहले प्रज्वल रेवन्ना के कई कथित तौर पर आपत्तिजनक वीडियो पेन ड्राइव के जरिए बांटे गए. भारतीय मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया कि पेन ड्राइव में करीब 2,976 वीडियो थे जो रेवन्ना ने खुद ही बनाए थे.
मतदान से पहले देश छोड़ा
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक कथित सेक्स वीडियो सामने आने के तुरंत बाद रेवन्ना जर्मनी के लिए रवाना हो गए. उसके अगले दिन उनकी तरफ से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है.
प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ आरोप पहली बार पिछले साल जून में सामने आए थे, लेकिन उन्होंने मीडिया को "मॉर्फ्ड वीडियो" के रूप में रिपोर्ट करने से रोकने के लिए अदालत का आदेश हासिल कर लिया था. लेकिन 26 अप्रैल को हासन में मतदान से पहले कथित यौन उत्पीड़न के वीडियो वाले पेन ड्राइव बांटे गए और ये सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गए.
कर्नाटक बीजेपी के नेता देवराजे गौड़ा ने दिसंबर में राज्य नेतृत्व को पत्र लिखा था और कहा था कि वीडियो के कारण प्रज्वल रेवन्ना या उनके परिवार के किसी भी सदस्य को गठबंधन का उम्मीदवार न बनाया जाए.
कर्नाटक में लोकसभा चुनावके लिए बीजेपी ने जेडीएस के साथ गठबंधन किया है और लोकसभा चुनाव में जेडीएस तीन सीटों पर लड़ रही है. उनमें से एक सीट हासन भी है, जहां से प्रज्वल उम्मीदवार हैं.
क्या बोले रेवन्ना?
पिछले हफ्ते ही देवेगौड़ा ने मीडिया के जरिए प्रज्वल से स्वदेश लौटकर आरोपों का कानूनन सामना करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था, "मैं प्रज्वल से रिक्वेस्ट नहीं, बल्कि उसे चेतावनी दे रहा हूं. अगर वह इस चेतावनी को नहीं मानता है तो उसे मेरा और पूरे परिवार का गुस्सा झेलना पड़ेगा. उसके खिलाफ लगे आरोपों को तो कानून देखेगा, लेकिन अगर वह परिवार की बात नहीं सुनेगा तो हम उसे अकेला छोड़ देंगे. अगर मेरे लिए उसके मन में थोड़ी भी इज्जत बाकी है तो उसे तुरंत लौट आना चाहिए."
सोमवार को रेवन्ना का एक वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने प्रसारित किया. उन्होंने कहा, "मैं अपने माता-पिता, दादा, परिवार, राज्य के लोगों और सभी पार्टी वर्कर्स से माफी चाहता हूं. मुझे पूरा यकीन है कि मैं कोर्ट के जरिए इन झूठे आरोपों से बाहर आ जाऊंगा."
प्रज्वल ने कन्नड़ टीवी चैनल को भेजे एक वीडियो में कहा, "मैं यह नहीं बता रहा हूं कि मैं कहां हूं: जब 26 (अप्रैल) तारीख को चुनाव हुए, तो मुझ पर कोई केस नहीं था. तब कोई एसआईटी नहीं बनी थी, मेरी विदेश यात्रा पहले से तय थी. इसलिए मुझे यूट्यूब और समाचारों के माध्यम से इसके बारे में पता चला. फिर मेरे एक्स अकाउंट के माध्यम से मुझे एसआईटी का नोटिस भी दिया गया. पेश होने के लिए 7 दिन का समय है. भगवान, लोगों और परिवार का आशीर्वाद मुझ पर बना रहे. आने के बाद मैं यह सब खत्म करने की कोशिश करूंगा. मुझ पर विश्वास रखें.”
रेवन्ना ने कहा कि वह शुक्रवार को मामले की जांच कर रहे कर्नाटक पुलिस के विशेष दल से मिलेंगे. इससे पहले 1 मई को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वह देश के बाहर हैं और आरोपों का सामना करने के लिए लौटने से पहले उन्हें कुछ वक्त चाहिए. उन्होंने लिखा था, "जल्दी ही सच्चाई की जीत होगी."
इस मामले में कर्नाटक के पूर्व मंत्री और प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना को भी गिरफ्तार किया गया था.
विवेक कुमार (रॉयटर्स)