सर्वे: अधिकांश जर्मन घर से ही काम करना चाहते हैं
१४ सितम्बर २०२१जनमत सर्वेक्षणकर्ता यूगव ने वर्क फ्रॉम होम के कर्मचारियों के लिए अपनी नवीनतम सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की है. सर्वे के मुताबिक घर से काम करने वाले महामारी खत्म होने के बाद भी अपना काम घर से जारी रखना चाहते हैं. सर्वे में दो तिहाई से अधिक ऐसे लोगों ने यह बात कही है. एक संस्था ईऑन ने इस सर्वे को कराया है.
सर्वेक्षण के आंकड़े
यूगव ने जिन लोगों से प्रतिक्रिया ली उनमें 71 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे भविष्य में वर्क फ्रॉम होम करना पसंद करेंगे. पिछले साल मई में महामारी की शुरुआत में यह संख्या महज 58 फीसदी थी, और उस दर को असामान्य माना जाता था. कोरोना महामारी के बाद कई देशों ने वर्क फ्रॉम होम का चलन अपनाया था.
सर्वेक्षण में शामिल लोगों में से कम से कम 26 प्रतिशत ने हमेशा घर से काम जारी रखना पसंद किया और लगभग 45 प्रतिशत सप्ताह के दौरान कभी होम ऑफिस और कभी कंपनी के कार्यस्थल में काम करने के पक्ष में दिखे.
होम ऑफिस पसंद करने के कारण
सर्वे के मुताबिक कर्मचारियों के होम ऑफिस पसंद करने का एक मुख्य कारण घर से आने-जाने का समय बचना है. कर्मचारी कार्यालय आने-जाने में आने वाली यात्रा संबंधी परेशानियों से दूर रहने में सहज महसूस करते हैं. इस संकट से बचने के कारण इस साल 70 प्रतिशत से अधिक लोगों ने होम ऑफिस बनाए रखने के पक्ष में मतदान किया.
होम ऑफिस का समर्थन करने वाले 75 प्रतिशत लोगों को भी काम करने में आसानी और लचीलापन पसंद है. 52 प्रतिशत लोगों का कहना है कि होम ऑफिस बेहतर है क्योंकि कम यात्रा करना वास्तव में अधिक पर्यावरण के अनुकूल है.
ब्रिटिश सर्वेक्षण के समान परिणाम
युनाइटेड किंगडम में होम ऑफिस के लिए किए गए एक समान सर्वेक्षण ने कमोबेश समान नतीजे सामने आए हैं. सर्वेक्षण में शामिल दो-तिहाई ब्रिटिश कर्मचारियों ने कहा कि वे घर पर अपने जीवन में आए बदलावों से खुश हैं.
इसी सर्वे में बड़ी संख्या में कर्मचारी 'हाइब्रिड शेड्यूल' चाहते हैं. इस हाइब्रिड वर्क स्टाइल में वे आधा दिन ऑफिस में और आधा दिन दफ्तर के बाहर किसी जगह पर बिताना चाहते हैं.
एक तिहाई कर्मचारियों का मानना है कि होम ऑफिस से उनकी मानसिक स्थिति खराब हुई है. सर्वेक्षण करने वाली ब्रिटिश कंपनी ने एक हजार लोगों का साक्षात्कार लिया और उनमें से आधे से थोड़े अधिक लोग दफ्तर जाने को लेकर चिंतित दिखे.
एए/वीके (डीपीए, एपी)