छोटे कद के लोगों की फुटबॉल टीम
गजा पट्टी में छोटे कद के लोगों की यह पहली फुटबॉल टीम है जो अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलने की तैयारी कर रही है. टीम के खिलाड़ियों का कद छोटा है लेकिन हौसला बड़ा है.
छोटे कद के बड़े खिलाड़ी
फलीस्तीन की फुटबॉल एसोसिएशन फॉर एंप्यूटीज (आहिला) ने छोटे कद के लोगों की टीम बनाई है, जो अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की तैयारी कर रही है.
नजरिया बदलने की कोशिश
गजा के एक जिम्नेजियम में ये खिलाड़ी सिर्फ गोल करने और गोल रोकने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि ‘छोटे कद के लोगों के प्रति समाज का नजरिया’ बदलने की कोशिश भी कर रहे हैं.
जोकर से फुटबॉलर तक
इस टीम में 40 साल के आला मिकदाद भी हैं जिनका कद 1.18 मीटर यानी 3.87 फुट है. वह पिछले 21 साल से एक जोकर के रूप में काम करके अपना गुजारा चला रहे हैं.
उम्मीद बढ़ी है
मिकदाद कहते हैं, “सालों से मैं शौकिया तौर पर फुटबॉल खेलता रहा हूं. पहली बार हम एक टीम के रूप में खेलने से उम्मीद हो रही है कि समाज में मूल्यवान योगदान दे पाएंगे.”
समाज में स्वीकार्यता नहीं
टीम एक अन्य खिलाड़ी 34 साल के हैतम अल-साका बताते हैं गजा पट्टी में छोटे कद के लोगों को बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है क्योंकि समाज में स्वीकार्यता नहीं है.
मुश्किलें बड़ी हैं
फलीस्तीनी फुटबॉल एसोसिएशन फॉर एंप्यूटीज के प्रमुख फवाद अबु गालयों कहते हैं कि टीम को बहुत से वित्तीय और तकनीकी दिक्कतों का समान करना पड़ा है और प्रायोजक खोजना बेहद मुश्किल काम है.
छोटे कद के लोगों का अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ भी है, जो 2021 में लेबनान में बना था. गजा की टीम अपना पहला मैच मॉस्को में इसी महीने खेलेगी.