पासओवर: यहूदियों का पावन त्योहार
दुनिया भर के यहूदी पासओवर त्योहार मना रहे हैं. यह मिस्र में गुलामी से इस्राएलियों के बच निकलने का स्मरणोत्सव है. इस साल यह पांच से 13 अप्रैल तक मनाया जा रहा है और ईसाइयों का त्योहार ईस्टर भी इसी समय मनाया जा रहा है.
पासओवर: आजादी का जश्न
पासओवर को पेसाच या पेस्साच भी कहते हैं और यह यहूदियों के मुख्य त्यौहारों में से है. चंद्र कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार हर साल अलग अलग तिथियों पर पड़ता है और सप्ताह भर चलता है. यह बाइबिल की ओल्ड टेस्टामेंट के पैगंबर मोसेस के मार्गदर्शन में इस्राएलियों के प्राचीन मिस्र में दासता से छूटने का स्मरणोत्सव होता है.
पासओवर की कहानी
ओल्ड टेस्टामेंट के मुताबिक भगवान ने मोसेस से कहा कि वो मिस्र के फैरो को आदेश दे कि वो इस्राएलियों को आजाद कर दे. फैरो के मना करने पर भगवान ने 10 विनाशकारी महामारियां मिस्र भेज दीं. इनमें हर परिवार में सबसे पहले जन्मे बच्चे की मौत की सजा भी शामिल थी. भगवान ने मोसेस से कहा कि अगर सभी इस्राएली एक मेमने को मारकर उसका खून अपने दरवाजे पर लगाएंगे तो वो इस सजा से बच जाएंगे, या उन्हें "पास ओवर" मिल जाएगा.
पानी के रास्ते भागना
आखिरी महामारी के बाद फैरो ने शुरू में तो इस्राएलियों को जाने दिया लेकिन बाद में अपना फैसला बदल दिया और उनके पीछे सेना भेज दी. इस्राएली जब लाल सागर पहुंचे तो मोसेस ने अपनी लाठी बाहर निकाली और भगवान के इशारे से सागर का पानी एक तरफ हट गया ताकि लोग उसे पार कर सकें. वहीं मिस्र की सेना को सागर निगल गया. इस दृश्य को कई कलाकृतियों में दर्शाया गया है, जैसे बाइजेन्टाइन युग का यह चित्र.
एक प्रतीकात्मक भोज
सेडर के नाम से जाने जाने वाले पासओवर के भोज में इस कहानी की कई घटनाओं का प्रतिरूपण मिलता है. भोज की रूपरेखा "हागादा" नाम की पुस्तक में में दी जाती है जिसमें पासओवर की कहानी लिखी होती है और भोज के दौरान क्या क्या किया जाएगा, उसका ब्यौरा भी दिया होता है. भोज की लंबाई किस तरह का "हागादा" इस्तेमाल होगा, उस पर निर्भर होता है. कभी कभी लोग गाते भी हैं.
सेडर की थाली
मेज के बीचोंबीच सेडर की थाली रखी जाती है जिसमें खाने की विशेष प्रतीकात्मक चीजें होती हैं: हड्डी का एक टुकड़ा, जो बलि के मेमने का प्रतीक होता है; एक उबला हुआ अंडा (जीवन और मृत्यु का प्रतीक), हॉर्सरैडिश जैसी कड़वी चीज (गुलामी की कड़वाहट), "चारोसेट" नाम का एक मीठा पेस्ट (पिरामिडों में भरा मसाला) और पार्स्ली जैसी हरी पत्तियां (उम्मीद). नमकीन पानी से भरा एक कटोरा गुलामों के आंसुओं का प्रतीक होता है.
अखमीरी रोटी
मात्जो, मात्जा या मात्जोह: आप चाहे इसे जैसे भी लिखें, एक बात पक्की है- सेडर में खाई जाने वाली पतली बिस्किट जैसी रोटी में खमीर नहीं डाला जाता है. कहा जाता है कि इस्राएली, जब मिस्र से निकले तो वो इतनी जल्दबाजी में थे कि गूंथे हुए आंटे के फूलने का इंतजार करने का समय नहीं था. कई यहूदी पूरे पासओवर के दौरान खमीर डला हुआ खाना नहीं खाते हैं.
भोज में सबका स्वागत है
10 महामारियों के रूप में वाइन की 10 बूंदें सबकी थाली पर डाली जाती हैं. सबको चार कप वाइन पीनी होती है, जो भगवान द्वारा इस्राएलियों के सामने रखी गई उद्धार की चार शर्तों का प्रतीक है. पांचवां कप पैगम्बर एलाइजा के लिए अलग रख दिया जाता है. कई लोग उनके लिए दरवाजे भी खुले छोड़ देते हैं. यह खुलेपन का प्रतीक भी है- अजनबियों और जरूरतमंदों को भी महसूस होना चाहिए कि सेडर में उनका स्वागत है.
भोजन की विविधता
सेडर में परोसे गए भोजन में काफी विविधता हो सकती है. यह खाना पकाने की परम्पराओं पर निर्भर करता है. मूलरूप से पूर्वी यूरोप के यहूदी बछड़े का भुना हुआ मांस खाते हैं, उत्तरी अफ्रीका के यहूदी "ताजीन" खाते हैं. मीठे चारोसेट को बनाने के भी कई तरीके हैं.