सूटकेस में सामान नहीं, इंसान हैं..
अफ्रीका के उत्तरी तट पर स्थित स्पेन के सेयूता इलाके में लोगों को अकसर सूटकेस में भरकर गैरकानूनी तरीके से यूरोप में दाखिल कराने के मामले सामने आते हैं. वैसे दुनिया में और भी कई जगह ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.
इंसान या सामान
यह तस्वीर दिसंबर 2016 की है जब सेयूता में अफ्रीकी देश गबोन के एक 19 वर्षीय युवक को सूटकेस में भरकर ले जाने की कोशिश की गई. एक महिला इस सूटकेस को ट्रॉली पर रख कर मोरक्को से स्पेन में दाखिल हो रही थी.
सूटकेस में बच्चा
यह तस्वीर भी सेयूता की है जब 8 मई 2015 को स्कैनर से गुजरते हुए सूटकेस में एक बच्चा दिखाई दिया. अधिकारियों ने तुरंत बच्चे की इस तस्करी को रोक दिया.
पिता हिरासत में
इसके बाद स्पेन की अदालत ने बच्चे के पिता को हिरासत में लेने का आदेश दिया, जिस पर बच्चे को सूटकेस में छिपा तस्करी के जरिए बच्चे को यूरोप ले जाने के आरोप हैं.
सेयूता ही क्यों
स्पेन का सेयूता भौगोलिक तौर पर अफ्रीका में पड़ता है. मोरक्को से लगने वाले इस इलाके से होकर बहुत से लोग गैरकानूनी तौर पर यूरोप में घुसने की कोशिश करते हैं.
हताशा
प्रवासी संकट शुरू होने के बाद लोगों को सूटकेस में भर कर ले जाने के कई मामले सामने आए हैं. लोग अकसर हताशा में किसी भी तरह से यूरोप पहुंचने के लिए ऐसे कदम उठाते हैं.
सूटकेस में बॉयफ्रेंड
यह मामला 2011 का है और बहुत दिलचस्प है. एक महिला मैक्सिको के शहर चेतुमल की जेल में अपने बॉयफ्रेंड से मिलने गई और फिर उसे सूटकेस में छिपा कर वहां से निकालने की कोशिश करने लगी.
नाकाम रही कोशिश
अलग अलग तस्वीरों में देखा जा सकता है कि यह महिला सूटकेस को लेकर कितने सामान्य तरीके से निकल रही है. लेकिन अधिकारियों ने उसके इरादों को कामयाब नहीं होने दिया.
इंसानी तस्करी
यह तस्वीर फरवरी 2003 की है. चीनी अधिकारियों ने इस तस्वीर को जारी करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि चीन से कैसे भारतीय और पाकिस्तान लोगों को तस्करी के जरिए हांगकांग ले जाता जाता है.