तीन सालों में जर्मनी के जंगल पांच प्रतिशत घटे
२३ फ़रवरी २०२२जर्मन एयरोस्पेस सेंटर (डीएलआर) ने बताया है कि जनवरी 2018 और अप्रैल 2021 के बीच देश के लगभग पांच प्रतिशत वनों की कटाई की गई. जर्मन एयरोस्पेस सेंटर के अनुसार उपग्रहों द्वारा ली गई ताजा तस्वीरों के विश्लेषण से पता चला है कि लगभग 5,01,000 हेक्टेयर क्षेत्र में देश के जंगल अब विलुप्त हो चुके हैं.
जर्मनी में जंगल क्यों घट रहे हैं?
डीएलआर के मुताबिक, "देश में तेजी से वनों की कटाई का मुख्य कारण हाल के वर्षों में लगातार सूखा और असामान्य रूप से गर्म मौसम की स्थिति रही है, जिसके परिणामस्वरूप इन जंगलों पर कीटों का हमला हुआ है." पृथ्वी में परिवर्तनों का निरीक्षण करने के लिए स्थापित अर्थ ऑब्जर्वेशन सेंटर (ईओसी) से संबद्ध एक जर्मन एयरोस्पेस केंद्र, उबर फाफेनहॉफन में स्थित शोध समूह ने कहा कि छवियों का इस्तेमाल जर्मनी में वनों की कटाई से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए किया गया. अध्ययन में पाया गया कि जर्मनी में वनों की कटाई ने देश के मध्य भाग को सबसे अधिक प्रभावित किया है.
डीएलआर ने कहा कि जर्मनी का सबसे अधिक आबादी वाला प्रांत नॉर्थ राइन-वेस्टफेलिया सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. पिछले तीन वर्षों में प्रांत के एक चौथाई से अधिक देवदार के जंगल नष्ट हो गए हैं. कुछ क्षेत्रों में ऐसे दो-तिहाई वनों को साफ कर दिया गया है.
जानकारों के मुताबिक जर्मनी के इस वन क्षेत्र को इसलिए नष्ट कर दिया गया क्योंकि कई मामलों में इन जंगलों के पेड़ मरने लगे थे. साथ ही कई जगहों पर इन पेड़ों को आपात स्थिति में काटना पड़ा.
डीएलआर द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, "पूर्ण वनों की कटाई आमतौर पर अंतिम उपाय है, जिसे कई प्रकार की बीमारियों और कीटों के बाद अंतिम उपाय के रूप में तय किया जाता है ताकि इस तरह के पौधों के रोग अन्य जंगलों में न फैले."
एए/सीके (डीपीए, डीएलआर)