ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने खोजा दुनिया का सबसे बड़ा पौधा
१ जून २०२२वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी और फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि पानी के नीचे फैला घास दरअसल एक ही पौधा है. यह पौधा लगभग 4,500 साल पहले एक ही बीज से उगा था. यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि यह समुद्री घास 200 वर्ग किलोमीटर में फैली है.
वैज्ञानिकोंको इस पौधे का पता एक संयोग से चला. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के शहर पर्थ से 800 किलोमीटर दूर शार्क बे में यह पौधा मिला है. वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता वहां रिबन वीड नामक एक प्रजाति की जेनेटिक विविधता को समझने गए थे. रिबन वीड ऑस्ट्रेलिया के तट पर आम तौर पर मिलने वाली घास है.
कैसे हुई खोज?
शोधकर्ताओं ने पूरी खाड़ी से नमूने जुटाए और 18,000 जेनेटिक मार्कर्स का अध्ययन किया ताकि हर नमूने का एक ‘फिंगरप्रिंट' तैयार किया जा सके. दरअसल, वे ये जानना चाह रहे थे कि कितने पौधे मिलकर समुद्री घास का पूरा मैदान तैयार करते हैं.
यह शोध प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी बी में प्रकाशित हुआ है. मुख्य शोधकर्ता जेन एडगेलो कहती हैं, "हमारे सवाल का जो जवाब हमें मिला, उससे तो हमारे होश उड़ गए. वहां सिर्फ एक पौधा था. शार्क बे में सिर्फ एक ही पौधा 180 किलोमीटर लंबा था. यह पृथ्वी पर अब तक ज्ञात सबसे बड़ा पौधा है.”
क्यों विशेष है पौधा?
वैज्ञानिक कहते हैं कि यह अद्भुत पौधा है, जो पूरी खाड़ी में अलग-अलग परिस्थितियों में भी उगा हुआ है. शोधकर्ताओं में शामिल डॉ. एलिजाबेथ सिंकलेयर कहती हैं कि अपने आकार के अतिरिक्त जो बात इस पौधे को विशेष बनाती है, वो है इसकी मुश्किल हालात में भी जिंदा रहने की क्षमता.
डॉ. सिंकलेयर वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के ओशंस इंस्टिट्यूट में इवॉलन्यूशनरी बायोलॉजी पढ़ाती हैं और इस शोध की वरिष्ठ लेखिका हैं. उन्होंने कहा, "बिना फूलों के खिले और बीजों का उत्पादन हुए भी, यह पौधा बहुत मजबूत प्रतीत होता है. यह अलग-अलग तापमान और अत्याधिक प्रकाश जैसे हालात को भी झेल रहा है, जो ज्यादातर पौधों के लिए बहुत मुश्किल होता है.”
वैज्ञानिकों ने चांद की मिट्टी में उगा दिए पौधे
शोधकर्ता अब शार्क बे में कई प्रयोग कर रहे हैं ताकि इस पौधे को और करीब से समझा जा सके. वे जानना चाहते हैं कि ऐसे विविध हालात में यह पौधा किस तरह जिंदा रहता है. शार्के बे विश्व धरोहरों में शामिल एक विशाल खाड़ी है, जहां का समुद्री जीवन वैज्ञानिकों और पर्यटकों को खासा आकर्षक लगता है.