तस्वीरें जो 2021 को भूलने नहीं देंगी
2021 काफी उथल-पुथल भरा रहा. दुनियाभर में लोगों ने तमाम मुश्किलों के साथ साल बिताया. कहीं कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया तो कहीं विरोध प्रदर्शनों ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया. देखिए वे तस्वीरें जो सुर्खियां बन गईं.
काबुल से रवानगी
जब 15 अगस्त, 2021 को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया तो हजारों अफगान किसी तरह से देश से निकलने की कोशिश में जुट गए. इस तस्वीर में सैकड़ों लोग अमेरिकी विमान सी-17 ग्लोबमास्टर में सवार दिख रहे हैं.
अमेरिकी संसद पर हमला
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की हार को अस्वीकार करने वाले उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन करते करते कैपिटल बिल्डिंग पर ही धावा बोल दिया. उन्होंने वहां तोड़फोड़ और आगजनी की. इस तस्वीर में सीनेट चैंबर के अंदर ट्रंप समर्थक "आजादी" के नारे लगाता हुआ.
बाइडेन बने राष्ट्रपति
20 जनवरी, 2021 को जो बाइडेन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के पद की शपथ ली. बतौर राष्ट्रपति अपने पहले भाषण में जो बाइडेन ने कहा कि यह दिन इतिहास रच रहा है और उम्मीदें जगा रहा है.
जलती चिताएं
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को झकझोर दिया. अस्पताल में बिस्तरों की कमी, ऑक्सीजन के लिए भागते लोग और श्मशान में एक साथ जलती दर्जनों चिताएं. इन तस्वीरों ने सिस्टम की पोल खोल दी.
फंस गया जहाज
चीन के यानतियान से नीदरलैंड के रॉटरडम जा रहा यह विशालकाय जहाज तूफान की वजह से टकरा गया और करीब एक हफ्ते तक स्वेज नहर में फंसा रहा. 400 मीटर लंबे मालवाहक जहाज के फंस जाने के बाद दुनिया के सबसे व्यस्त पानी के रास्ते पर जहाजों का ट्रैफिक जाम लग गया.
जी-7 के आलोचक
साल 2021 में इंग्लैंड में हुई जी-7 की सालाना बैठक के विरोध में कई संगठनों और लोगों ने अपने-अपने तरीके से विरोध दर्ज कराया. इस तस्वीर में जी-7 नेताओं की मूर्ति इलेक्ट्रॉनिक कचरे से बनाई गई है.
टिड्डी दल का हमला
31 जनवरी, 2021 को केन्या के रुमुरुती शहर के पास रेगिस्तानी टिड्डियों का झुंड उड़ता हुआ. टिड्डी दल के हमले से कई देशों के किसान परेशान रहते हैं.
मंजिल अभी दूर है
पोलैंड और बेलारूस की सीमा पर सैकड़ों प्रवासियों ने बर्फीले तापमान के बीच शिविर लगा लिए. इनका मकसद किसी तरह से यूरोप में दाखिल होना है. सीमा पर लोग प्लास्टिक के सहारे रात बिताने को मजबूर हैं.
मैर्केल युग का अंत
ओलाफ शॉल्त्स के जर्मनी के नए चांसलर बनने के साथ ही साथ ही अंगेला मैर्केल का युग खत्म हो गया. अंगेला मैर्केल जर्मनी की दूसरी सबसे लंबे समय तक चांसलर रहीं. यूरोप की सबसे प्रभावशाली नेताओं में उनकी गिनती होती है.
किसान आंदोलन
दिल्ली की सीमाओं पर 13 महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसानों ने 9 दिंसबर को आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया. संसद द्वारा आधिकारिक रूप से तीन कृषि कानूनों को वापस करने के बाद आंदोलनकारी किसानों ने इसे खत्म कर दिया.
मंगल नहीं धरती है
यूरोप और इस्राएल के कुछ अंतरिक्ष यात्री इस्राएल के नेगेव रेगिस्तान में माख्तेश रामोन कार्टर पर मंगल ग्रह जैसे इलाके पर एक मिशन पर चलते हुए.