हम जिस हवा में सांस लेते हैं, जो पानी पीते हैं, जो कुछ भी खाते हैं, उस सबमें जलवायु परिवर्तन के स्पष्ट निशान नजर आते हैं. लेकिन हजारों साल पहले पृथ्वी पर कितना प्रदूषण था और वह कैसे रुका? इसका जवाब हजारों साल पुरानी ग्लेशियर की मोटी तहों के भीतर छिपा है. प्राचीन बर्फ के टुकड़ों में दर्ज रहस्य भविष्य के समाधान भी सुझा सकती है.