हैरिस-ट्रंप डिबेटः कौन जीता, कौन हारा
११ सितम्बर २०२४अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए कमला हैरिस और डॉनल्ड ट्रंप के बीच हुई बहस से पहले यह सवाल था कि हैरिस और ट्रंप, जो पहले कभी नहीं मिले थे, एक-दूसरे से कैसे मिलेंगे. कमला हैरिस ने इस सवाल का जवाब तय किया. बहस शुरू होने से पहले वह ट्रंप के पास गईं और मिलाने के लिए अपना हाथ बढ़ाया.
विश्लेषकों के मुताबिक इस कदम के साथ ही हैरिस ने बहस में एक बढ़त हासिल कर ली क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप उनके रंग, नस्ल और लिंग को लेकर तीखी और कड़वी टिप्पणियां करते रहे हैं.
शुरुआत से ही बहस उन मुद्दों पर मुड़ गई, जिन पर अमेरिकी मतदाताओं के बीच गहरा विभाजन है. हैरिस ने बहस के दौरान खुद को भविष्य की ओर देखने वाली एक प्रगतिशील उम्मीदवार के रूप में पेश किया. उन्होंने भविष्यवाणी की कि ट्रंप बहस में "वही पुरानी घिसी-पिटी लीक" पर चलेंगे.
हैरिस ने कहा, "झूठ, शिकायतें और गालियों का भंडार."
एक-दूसरे को उकसाने की कोशिश
बहस की शुरुआत में कमला हैरिस ने इरादा जाहिर कर दिया कि वह डॉनल्ड ट्रंप को अपनी पिच पर खेलने के लिए मजबूर करेंगी. उन्होंने ट्रंप को उकसाने की पूरी कोशिश की और उन्हें प्रतिक्रिया करने पर मजबूर किया.
उन्होंने दर्शकों से कहा कि वे ट्रंप की रैलियों में शामिल हों जहां उन्हें अजीबोगरीब बातें सुनने को मिलेंगी, जैसे कि पवनचक्कियां कैंसर का कारण बनती हैं (एक ऐसा दावा जो ट्रंप ने वास्तव में किया था). हैरिस ने व्यंग्यपूर्वक कहा कि रैली में भाग लेने वाले थकावट और बोरियत से बाहर निकल जाएंगे.
अपनी रैलियों में बड़ी भीड़ जमा करने को खूब गर्व से कहने वाले ट्रंप इस टिप्पणी से साफ तौर पर चिढ़ गए. उन्होंने कहा, "हमारी रैलियां सबसे बड़ी रैलियां होती हैं. राजनीति के इतिहास की सबसे अविश्वसनीय रैलियां होती हैं." उन्होंने हैरिस पर आरोप लगाया कि वे अपनी रैलियों में उपस्थित लोगों को बसों से लाती हैं.
इसके बाद ट्रंप ने दावा किया कि ओहायो के स्प्रिंगफील्ड शहर में अवैध प्रवासी लोगों के पालतू जानवरों को मारकर खा रहे हैं. यह एक असत्यापित दावा है जो सोशल मीडिया पर साझा हुआ है और जिसे ट्रंप के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जेडी वैंस ने भी दोहराया है.
ट्रंप ने कहा, "स्प्रिंगफील्ड में वे कुत्तों को खा रहे हैं. जो लोग वहां आए हैं, वे बिल्लियों को खा रहे हैं. वे वहां रहने वाले लोगों के पालतू जानवरों को खा रहे हैं."
स्प्रिंगफील्ड के अधिकारियों ने कहा है कि ये रिपोर्टें झूठी हैं. बहस के दौरान एबीसी चैनल के मॉडरेटरों ने ट्रंप की टिप्पणियों के बाद इस बात को स्पष्ट भी किया.
आक्रामक रणनीति, तीखी तकरार
ट्रंप को उनके पिछले रिकॉर्ड के लिए घेरना, कैलिफॉर्निया में वकालत कर चुकीं हैरिस की रणनीति रही. उन्होंने खास तौर पर ट्रंप को 2020 के चुनाव नतीजों को पलटने के प्रयासों के लिए घेरा. बहस के एक घंटे बाद, उनकी रणनीति सफल होती दिख रही थी. ट्रंप लगातार रक्षात्मक स्थिति में थे.
6 जनवरी 2021 को कैपिटोल इमारत पर हुए हमले के बारे में पूछे जाने पर, ट्रंप ने जोर देकर कहा कि "उसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं था, सिवाय इसके कि उन्होंने मुझसे एक भाषण देने के लिए कहा था." उन्होंने यह भी झूठा दावा किया कि उन्होंने 2020 का चुनाव जीता था.
हैरिस ने ट्रंप के कामों का जिक्र करते हुए देश से आग्रह किया कि अब नया अध्याय शुरू करने का समय है. उन्होंने कहा, "डॉनल्ड ट्रंप को 8.1 करोड़ लोगों ने हटा दिया था, तो यह बात स्पष्ट होनी चाहिए. और जाहिर है कि वह इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन हम संयुक्त राज्य अमेरिका का ऐसा राष्ट्रपति बर्दाश्त नहीं कर सकते जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में मतदाताओं की इच्छा को पलटने का प्रयास करे."
उपराष्ट्रपति हैरिस ने रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप पर थोड़ी और चोट करते हुए कहा कि दुनियाभर के नेता "उन पर हंस रहे हैं" और उन्हें "अपमानजनक" कह रहे हैं. ऐसे शब्द ट्रंप ने खुद राष्ट्रपति जो बाइडन के बारे में रैलियों में इस्तेमाल किए हैं.
कुछ मिनटों बाद ट्रंप भड़क गए. उन्होंने दावा किया कि हैरिस को डेमोक्रैटिक नामांकनके लिए "कोई वोट" नहीं मिले थे और उन्होंने किसी तरह के तख्तापलट के जरिए बाइडन की जगह ली. उन्होंने कहा कि जो बाइडेन "उनसे (हैरिस से) नफरत करते हैं."
कई मुद्दों पर बहस
बहस के शुरुआती मिनटों में, ट्रंप और हैरिस ने मतदाताओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक, अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर चर्चा की. हैरिस ने हाल के हफ्तों में अपनी आर्थिक नीतियों का ब्यौरा दिया, जिनमें छोटे स्टार्ट-अप के लिए एक महत्वपूर्ण टैक्स क्रेडिट स्थापित करना शामिल है. ट्रंप ने अपने बयानों में टैरिफ पर ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने कहा कि वह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अनुचित विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाएंगे.
ट्रंप की शुरुआती टिप्पणियों के बाद हैरिस ने कहा, "उनके पास कोई योजना नहीं है. यह ऐसा है जैसे दौड़ो, स्पॉट, दौड़ो."
दोनों उम्मीदवारों के बीच गर्भपात पर एक तीखी बहस हुई. यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसे लेकर सर्वेक्षणों के अनुसार हैरिस को ज्यादा मतदाताओं का समर्थन हासिल हुआ है. ट्रंप ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के 2022 के उस फैसले का बचाव किया, जिसके जरिए गर्भपात के लिए संवैधानिक सुरक्षा समाप्त कर दी गई और इसे राज्य सरकारों के हाथों में सौंप दिया गया. उन्होंने तर्क दिया कि यह फैसला रिपब्लिकन और डेमोक्रैट्स दोनों ही पक्ष के लोग चाहते थे. लेकिन यह एक गलत दावा है क्योंकि डेमोक्रैटिक पार्टी ने हमेशा गर्भपात के संवैधानिक अधिकार का समर्थन किया है.
ट्रंप ने कहा, "मैंने ऐसा करके महान सेवा की है. ऐसा करने के लिए साहस की जरूरत थी."
हैरिस ने गर्भपात को राज्य-अधिकारों का मुद्दा बनाने के ट्रंप के दावे पर गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने वैसे राज्यों का हवाला दिया, जिन्होंने अबॉर्शन पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून बनाए हैं. उन्होंने कहा, "क्या लोग ऐसा चाहते थे? लोगों को अस्पतालों की इमरजेंसी में इलाज से वंचित किया जा रहा है क्योंकि स्वास्थ्य देखभालकर्मी जेल जाने के खतरे से भयभीत हैं."
ट्रंप से पूछा गया कि अगर कांग्रेस द्वारा एक संघीय गर्भपात प्रतिबंध पारित किया गया तो क्या वह उस पर वीटो करेंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा कभी नहीं होगा, लेकिन सवाल का स्पष्ट जवाब देने से इनकार कर दिया.
इस गर्मागर्म बहस में, ट्रंप और हैरिस ने एक-दूसरे पर अपने दुश्मनों को निशाना बनाने के लिए न्याय विभाग का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. ट्रंप ने कहा कि उनके खिलाफ 2020 की चुनावी हार को पलटने की साजिश रचने और गोपनीय दस्तावेजों को गलत तरीके से संभालने के लिए दायर आरोप और पोर्न स्टार को गुप्त रूप से धन देने से संबंधित दस्तावेजों की जालसाजी जैसे मामले हैरिस और बाइडेन द्वारा रची गई एक साजिश का नतीजा हैं.
हैरिस ने तुरंत जवाब दिया, "मुझे लगता है कि जो व्यक्ति संविधान को समाप्त करने की इच्छा रखता है, उसे कभी भी अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं होना चाहिए."
बहस पर प्रतिक्रियाएं
बहस के बाद अमेरिका में दोनों नेताओं के प्रदर्शन पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं. अमेरिकी राजनीति में प्रभावशाली दक्षिण अमेरिकी मूल के कई नेताओं ने हैरिस के प्रदर्शन की सराहना की और "प्रवासी समुदायों के खिलाफ" ट्रंप की टिप्पणियों की आलोचना की.
डेमोक्रैटिक रणनीतिकार मारिया कार्डोना ने हैरिस की प्रदर्शन को "राष्ट्रपति बहस में एक मास्टरक्लास" कहा. बहस के तुरंत बाद, लैटिनोज कॉन हैरिस-वॉल्ज वॉट्सऐप चैनल ने एक संदेश साझा किया: "जो बहुत बोलता है, कम कहता है. हम आपके बारे में जानते हैं, डॉनल्ड." संदेश को चैनल के सदस्यों से कई हंसती हुई इमोजी प्रतिक्रियाएं मिलीं.
लीग ऑफ लैटिन अमेरिकन यूनाइटेड सिटीजन नामक संस्था के सीईओ हुआन प्रोआनो ने कहा कि बहस ने नीतिगत मुद्दों जैसे कि अर्थव्यवस्था और आप्रवासन पर बातचीत को आगे बढ़ाने में कोई मदद नहीं की. प्रोआनो ने कहा कि हैरिस ने लैटिनो समुदाय को विशेष रूप से प्रभावित करने वाले मुद्दों को बेहतर ढंग से संबोधित किया, जबकि ट्रंप सिर्फ बयानबाजी पर केंद्रित थे.
ट्रंप समर्थक सीनेटर मार्को रुबियो ने बहस संचालित करने वाले एबीसी के मॉडरेटर की आलोचना की. फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो ने कहा कि महंगाई या हाइड्रॉलिक फ्रैक्चरिंग जैसे मुद्दों को लेकर हैरिस पर पर्याप्त दबाव नहीं डाला गया. उन्होंने कहा, "मॉडरेटरों ने बहुत सारी चीजों पर सवाल नहीं पूछे." उन्होंने जोड़ा कि वह बहस के मॉडरेटर की अक्सर आलोचना नहीं करते, लेकिन इस मामले में ऐसा करना उचित था.
पॉप सुपरस्टार टेलर स्विफ्ट ने बहस के तुरंत बाद एक इंस्टाग्राम पोस्ट में हैरिस का समर्थन किया. उन्होंने लिखा, "मैं 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस और टिम वॉल्ज के लिए अपना वोट डालूंगी. मैं कमला हैरिस के लिए वोट दे रही हूं क्योंकि वह उन अधिकारों और कारणों के लिए लड़ती हैं जिन्हें मैं मानती हूं और जिनके लिए एक योद्धा की जरूरत है."
खुद ट्रंप ने कहा कि उन्होंने बहस में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल पर लिखा, "लोग कह रहे हैं कि आज रात बड़ी जीत मिली है. मुझे लगता है कि यह मेरी अब तक की सबसे अच्छी बहस थी, खासकर इसलिए, क्योंकि यह तीन बनाम एक थी."
वीके/सीके (रॉयटर्स, एएफपी, एपी)