रूस के 6 अजूबे
रूस के अखबार इजवेस्तिया, रेडियो मायक और रशिया नामक टीवी चैनल चैनल ने मिलकर 1 अक्टूबर 2007 से 1 जून 2008 के बीच एक प्रतियोगिता के जरिए रूस के ये अजूबे चुने थे.
माउंटेन एलब्रूस
यह रूस की ही नहीं बल्कि यूरोप की सबसे ऊंची चोटी है. दुनिया की 10वीं सबसे अहम पहाड़ी एलब्रुस की दो चोटियां हैं. पश्चिमी चोटी 5642 मीटर ऊंची है जबकि पूर्वी चोटी 5621 मीटर. दरअसल, दुनिया के सात अजूबे चुने गए तो उनमें रूस की किसी जगह को स्थान नहीं मिला, जिससे वहां के लोग आहत हुए. तब उन्होंने अपने अजूबे चुन लिए.
सेंट बासिल्स कैथेड्रल
मॉस्को के लाल चौक पर स्थित यह कैथेड्रल 1555 से 1561 के बीच बनाया गया था. इसका आकार बोन फायर से प्रेरित है, यानी ऐसा लगता है जैसे आकाश की ओर लपटें उठ रही हों.
पेटरहोफ
एक महल और उसके चारों ओर बाग. सेंट पीटर्सबर्ग शहर का यह अजूबा यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में भी है. इसे अक्सर रूसी वर्साय भी कहा जाता है.
मामायेव कुरगान
दुनिया की सबसे भयानक लड़ाइयों में गिनी जाने वाली स्टालिनग्राद की याद में बनाया गया मामायेव मेमॉरियल दक्षिण रूस के वोल्गोग्राद शहर में है. बिना सहारे के खड़ा यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है.
वैली ऑफ गीजर्स
रूस के कामाचात्का प्रायद्वीप पर गर्म पानी के चश्मों का यह झुंड अद्भुत जगह है. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा झुंड है जहां 90 चश्मे और झरने हैं.
लेक बैकाल
पानी की मात्रा के लिहाज से यह ताजे पानी की दुनिया की सबसे बड़ी झील है. इसमें 23,615.39 क्यूबिक किलोमीटर पानी है. यह दुनिया की सबसे गहरी झील भी है. इसकी गहराई है 1642 मीटर.