कोयले से सबसे ज्यादा बिजली बनाने वाले देश
जलवायु परिवर्तन में कोयले का योगदान सबसे ज्यादा है. इसके बावजूद इसका इस्तेमाल कम नहीं हो रहा है. 2023 में दुनिया के कुल बिजली उत्पादन में कोयले का इस्तेमाल 35 फीसदी रहा. ये रहे कोयले पर सबसे ज्यादा निर्भर देशः
रिकॉर्ड वृद्धि
ब्रिटेन के थिंक टैंक एंबर के मुताबिक 2023 में कोयले से बिजली बनाने की दर सबसे अधिक ऊंचाई पर (35 फीसदी) पहुंच गई. इसमें 2022 के मुकाबले 1.4 फीसदी की वृद्धि हुई.
दक्षिण अफ्रीका और भारत सबसे ऊपर
कोयले से बिजली बनाने में दक्षिण अफ्रीका सबसे ऊपर रहा. उसके कुल बिजली उत्पादन का 81.1 फीसदी कोयले से हुआ. 75 फीसदी बिजली उत्पादन कोयले से कर भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर था.
फिलीपींस पहली बार चीन से ऊपर
कोयले से सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन करने वाले देशों में तीसरे नंबर पर कजाखस्तान है जो अपनी 66.7 फीसदी बिजली कोयले से बनाता है. उसके बाद फिलीपींस (61.9 फीसदी), इंडोनेशिया (61.8 फीसदी), पोलैंड (61 फीसदी), चीन (60.7 प्रतिशत), वियतनाम (46.8 प्रतिशत), ऑस्ट्रेलिया (46.4 फीसदी) और ताइवान (43.7 प्रतिशत) का नंबर है.
चार देश सबसे ज्यादा जिम्मेदार
रिपोर्ट कहती है कि चीन, भारत, अमेरिका और जापान 2023 में कोयले से दुनिया की सबसे ज्यादा बिजली बनाने के लिए जिम्मेदार थे. दुनिया में कोयले से कुल बिजली उत्पादन का 79 फीसदी इन्हीं चार देशों में हुआ.
कुल बिजली उत्पादन में चीन सबसे ऊपर
मात्रा के हिसाब से कोयले से कुल बिजली बनाने के मामले में चीन सबसे ऊपर है जबकि भारत दूसरे नंबर पर है. चीन ने 5,742 टेट्रावाट घंटे बिजली का उत्पादन कोयले से किया, जबकि भारत का उत्पादन 1,480 टेट्रावाट घंटे रहा.
विकसित देशों में गिरावट
एंबर की रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में ओईसीडी देशों में यानी अधिक आय वाले देशों में कोयले से बिजली उत्पादन में गिरावट आई. सबसे ज्यादा गिरावट यूरोपीय संघ और अमेरिका में हुई.
14 फीसदी कटौती की जरूरत
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक 2030 तक कोयले से बिजली के कुल उत्पादन में 14 फीसदी गिरावट की जरूरत है ताकि जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए तय किए गए लक्ष्य हासिल किए जा सकें. एजेंसी का कहना है कि 2040 तक विकसित देशों को कोयले का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर देना होगा.