65 साल हो गए जब तिब्बत में नाकाम विद्रोह के बाद दलाई लामा को अपने अनुयायियों के साथ भाग कर भारत आना पड़ा. भारत में निर्वासित जीवन बिता रहा तिब्बती समुदाय अपनी मातृभूमि के लिए तड़पता है, और ये चिंता भी उन्हें खाए जाती है कि दलाई लामा के बाद उनके संघर्ष का क्या होगा