तमिलनाडु में रोजाना साढ़े 14 टन से ज्यादा ठोस कचरा पैदा होता है. ज्यादातर कचरा नगरपालिका उठाती है, लेकिन उसमें से आधा ही प्रॉसेस हो पाता है. बाकी सीधे कचरा ठिकानों में जाता है. कचरे की समस्या का एक सकारात्मक हल कांजीरंगल गांव में दिख रहा है, जहां बायोगैस प्लांट में कचरे से बिजली बनती है. इससे म्युनिसिपैलिटी पर कचरा प्रबंधन का बोझ कम हुआ है.