भारत में ट्विटर एक नई मुसीबत में
२९ जून २०२१भारत में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर एक के बाद एक विवादों में घिरती जा रही है. एक और जहां उसके केंद्र सरकार के साथ विवाद चल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कंपनी और उसके एमडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो रही हैं. ताजा मामले में ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक मनीष माहेश्वरी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में शिकायत दर्ज कराई गई है.
आरोप है ट्विटर की वेबसाइट पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग देशों के हिस्सों के तौर पर दिखाया गया. ट्विटर वेबसाइट पर करियर पेज पर 'ट्वीप लाइफ' हिस्से में दुनिया का नक्शा है. इसमें ट्विटर अपनी टीम की मौजूदगी दर्शाती है. इसमें भारत का नक्शा भी और यहीं पर दोनों को भारत से अलग दिखाया गया था. हालांकि ने ट्विटर ने अपनी गलती सुधार ली और नक्शे को दुरुस्त कर लिया गया लेकिन तब तक देश में बवाल मच चुका था.
ट्विटर पर क्या आरोप लगाए गए?
शिकायत में ट्विटर के इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी और कंपनी के एक अन्य अधिकारी पर देश के आईटी नियमों के उल्लंघन के साथ-साथ लोगों में शत्रुता और घृणा को रोकने के लिए बनाए गए कानून तोड़ने का भी आरोप लगाया गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शिकायतकर्ता और बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रवीण भाटी ने अपनी शिकायत में लिखा है, "इससे मेरी और भारत के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है." उन्होंने गलत नक्शा दिखाने को देशद्रोह बताया है.
ट्विटर ने रॉयटर्स के सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की है. मंगलवार को विवादित नक्शा ट्विटर की वेबसाइट से हटा लिया गया था.
माहेश्वरी, मुसीबत और कानून
जून के महीने में ही माहेश्वेरी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया था. उनके खिलाफ एक ऐसे वीडियो को ट्विटर पर नहीं रोकने का आरोप लगा था जिसमें एक बुजुर्ग को पिटता हुआ दिखाया जा रहा था. उन पर भ्रामक जानकारी को फैलने से रोकने में नाकाम रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी. गाजियाबाद पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया था लेकिन उन्हें इस मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट से फौरी राहत मिल गई थी. माहेश्वेरी को राहत दिए जाने को यूपी पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. हाईकोर्ट से माहेश्वरी को गिरफ्तारी से अस्थाई संरक्षण मिला है.
माहेश्वरी ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने एक केविएट दायर कर अदालत से यूपी पुलिस की अपील पर कोई भी आदेश पारित करने से पहले उनका पक्ष सुनने की अपील की है.
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारतीय नियमों का पालने नहीं करने पर ट्विटर की आलोचना की है. ट्विटर ने कुछ दिन पहले प्रसाद का ट्विटर अकाउंट एक घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया था. उसने प्रसाद के एक ट्वीट पर अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन बताया था. देश में नए आईटी कानून आने के बाद से ही भारत सरकार और ट्विटर के बीच लगातार विवाद की स्थिति बनी हुई है.
ट्विटर इससे पहले भी लद्दाख को भारत से अलग दिखा चुका है. उसने साल 2020 में लद्दाख को देश का हिस्सा नहीं दिखाया था. प्रसाद कह चुके हैं कि अमेरिकी कंपनियां भारत में लाभ कमाना चाहती हैं तो उन्हें भारत के संविधान और भारतीय कानूनों का पालन करना होगा.
रविवार को भारत में ट्विटर के शिकायत अधिकारी धर्मेंद्र चतुर ने इस्तीफा दे दिया था. नए आईटी नियमों के मुताबिक सोशल मीडिया कंपनी को शिकायतों के निपटारे के लिए ऐसे अधिकारी की नियुक्ति अनिवार्य कर दी गई है. चतुर की जगह अब अमेरिकी कर्मचारी जेरेमी केसल को भारत के लिए नया शिकायत अधिकारी बनाया है.
रिपोर्ट:आमिर अंसारी (रॉयटर्स)