सहारा रेगिस्तान में दुर्लभ बारिश
सहारा रेगिस्तान के दक्षिणपूर्वी मोरक्को में हुई एक दुर्लभ भारी बारिश ने सूखे इलाकों को नया जीवनदान दिया है. दशकों में पहली बार इस क्षेत्र में इतना पानी गिरा, जिससे भरे हुए तालाब और बहता पानी देखने को मिला.
सहारा में दुर्लभ बारिश
सहारा रेगिस्तान के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई. इससे कई जगह छोटे तालाब बने और सूखे इलाकों को राहत मिली.
सबसे सूखे इलाके
दक्षिणपूर्व मोरक्को दुनिया के सबसे सूखे इलाकों में से एक है और यहां बारिश होना दुर्लभ होता है. इसलिए, इस भारी बारिश ने सब कुछ एकदम बदल दिया.
साल भर की बारिश से ज्यादा
सितंबर महीने में बारिश ने कई इलाकों में सालाना औसत से अधिक पानी गिराया. इन इलाकों में आमतौर पर 250 मिमी (10 इंच) से कम ही बारिश होती है.
24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश
रबात से दक्षिण की ओर स्थित गांव तगौनीते में 24 घंटों में 100 मिमी (3.9 इंच) से ज्यादा बारिश हुई। दशकों में ऐसी बारिश नहीं देखी गई थी. मौसम विशेषज्ञों ने इसे एक्स्ट्राट्रॉपिकल तूफान कहा है. उनका मानना है कि अधिक नमी से भविष्य में और भी तूफान आ सकते हैं.
रेगिस्तान में बहती नदियां
बारिश के कारण रेगिस्तान में बहते पानी और हरे-भरे नजारों ने चौंकाने वाले दृश्य पैदा किए. सूखे क्षेत्रों को थोड़ी राहत मिली. मोरक्को पिछले छह सालों से सूखे का सामना कर रहा था. किसानों को खेती छोड़नी पड़ी और शहरों में पानी की कमी हो गई थी.
सूखी झील फिर से भरी
नासा के उपग्रहों से ली गई तस्वीरों ने दिखाया कि इरिकी झील, जो 50 साल से सूखी पड़ी थी, बारिश से फिर से भर गई है. बारिश के कारण रेगिस्तान के नीचे के पानी के स्रोत और बांधों में पानी भरने की उम्मीद है. ये इलाके इन्हीं स्रोतों पर निर्भर हैं.
बारिश से नुकसान भी हुआ
बारिश से मोरक्को और अल्जीरिया में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और फसलें नष्ट हो गईं. सरकार को आपातकालीन राहत देनी पड़ी. वीके/सीके (एपी, डीपीए)