मौसम बम ने ऑस्ट्रेलिया के दर्जनों शहर डुबोये
२८ फ़रवरी २०२२रविवार को ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहर और क्वींसलैंड प्रांत की राजधानी ब्रिसबेन समेत दर्जनों शहरों में भारी बाढ़ जैसे हालात थे. कई जगह तो पानी कई-कई फुट तक चढ़ गया था और लोगों को अपने घरों की छतों पर शरण लेनी पड़ी. मौसम विभाग ने बारिश के जारी रहने की चेतावनी जारी की है.
सोमवार को इस बारिश के कारण आठ लोगों की जान जा चुकी थी. आपातकालीन सेवाओं ने कहा कि रविवार को एक व्यक्ति पानी से भरी सड़क को पार करने की कोशिश में बह गया और उसकी मृत्यु हो गई.
15,000 घर खतरे में
ऑस्ट्रेलिया की तीसरी सबसे बड़ी ब्रिसबेन नदी उफान पर है और इसके सोमवार को चरम पर पहुंचने की आशंका ने 15 हजार से ज्यादा घरों को खतरा पैदा कर रखा है. इस वजह से राज्य के एक हजार से ज्यादा स्कूल बंद रखे गए हैं और बचावकर्मी लोगों को उनके घरों से बचाकर निकाल रहे हैं.
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रविवार को देश के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भारी बारिश को ‘मौसमी बम' करार देते कहा कि बाढ़ पीड़ित इलाकों में बचाव कार्यों के लिए सेना को तैनात किया जाएगा. यह मौसम बम अब दक्षिण की ओर यानी देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में प्रवेश कर गया है और वहां भी जनजीवन के प्रभावित होने की आशंका है.
क्वींसलैंड में सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिण-पूर्वी हिस्से में हुआ है जहां एक हजार से ज्यादा स्कूल बंद करने पड़े और 50 हजार घर बिना बिजली-पानी के रह गए. कई जगहों पर बारिश ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए और एक ही दिन में महीनेभर की बारिश झेली.
‘ऐसी बाढ़ नहीं देखी'
राज्य की मुख्यमंत्री अनस्तासिया पालाशे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मेरे ख्याल से इस बात से सभी सहमत होंगे कि इतने कम समय में इतनी भारी बारिश किसी ने नहीं देखी होगी.” आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर गर्मियों में ला नीना प्रभाव के चलते बारिश होती है. दक्षिणी गोलार्ध में पड़ने वाले ऑस्ट्रेलिया में इस वक्त गर्मी का मौसम है.
भारी बारिश की आशंका के चलते न्यू साउथ वेल्स ने भी अपने कई शहरों में चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है. सिडनी से लगभग 700 किलोमीटर दूर स्थित लिजमोर शहर के मेयर स्टीव क्रीग ने कहा, "मेरे पास बहुत सारे परेशान नागरिकों के फोन आ रहे हैं, जो अपने घरों की छतों पर बैठे हैं और मदद का इंतजार कर रहे हैं.”
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समाचार चैनल एबीसी से बात करते हुए क्रीग ने बताया कि पानी इतनी तेज रफ्तार से आया कि लोग हैरान रह गए और उन्हें तैयारी करने या निकलने का वक्त ही नहीं मिला. लिजमोर के करीब 30 हजार लोगों से उन्होंने तुरंत घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा. उन्होंने कहा, "अब तक लिजमोर ने जितनी बाढ़ देखी हैं, यह उनमें से सबसे बड़ी है.”
वीके/एए (रॉयटर्स, एपी)