वजन घटाने वाली दवाओं के हो सकते हैं और भी फायदे
अमेरिकी दवा कंपनी एली लिली ने कहा है कि कुछ परीक्षणों में पाया गया कि वजन घटाने की उसकी दवा जेपबाउंड ने फैटी लिवर बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद की है. इस तरह की कई दवाओं के दूसरे संभावित फायदों पर शोध चल रहा है.
वजन घटाने वाली दवाएं
एली लिली की मोंजारो हो, जेपबाउंड हो या उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी नोवो नॉर्डिस्क की दवाएं ओजेम्पिक और वेगोवि, वजन कम करने के अलावा इनके और भी फायदे हैं या नहीं यह जाने के लिए इनका अध्ययन किया जा रहा है.
फैटी लिवर
एली लिली का कहना है कि एक ट्रायल में सामने आया है कि उसकी जेपबाउंड दवा ने फैटी लिवर बीमारी के लक्षण कम करने में मदद की है. यह ट्रायल अभी चल ही रहा है. इसमें देखा गया कि 52 हफ्तों के बाद 73.9 प्रतिशत मरीजों में बीमारी गायब हो गई. इसके मुकाबले प्लेसिबो लेने वाले मरीजों में से सिर्फ 13 प्रतिशत मरीजों में बीमारी गायब हुई.
शराब की लत
कोपेनहेगेन विश्वविद्यालय का मनोरोग विभाग एक अध्ययन के जरिए यह जानने की कोशिश कर रहा है कि वेगोवि और ओजेम्पिक के रूप में बिकने वाली दवा "सेमाग्लूटाइड" शराब की लत कम कर सकती है या नहीं. यह परीक्षण 108 ऐसे रोगियों पर किया जा रहा है जिन्हें शराब के सेवन की बीमारी और ओबेसिटी है.
अल्जाइमर्स बीमारी
नोवो नॉर्डिस्क ने अल्जाइमर्स के शुरुआती लक्षणों वाले मरीजों पर सेमाग्लूटाइड का परीक्षण शुरू किया है. इसमें 1,840 मरीजों को शामिल किया जाएगा और इसका प्राथमिक चरण 2025 में ही पूरा हो जाने की उम्मीद है.
हृदय रोग
एली लिली मोंजारो और जेपबाउंड के रूप में बिकने वाली दवा 'तिरजेपटाइड' का हृदयाघात और ओबेसिटी वाले मरीजों पर परीक्षण कर रही है. लिली की योजना इस अध्ययन में करीब 700 लोगों को शामिल करने की है. उम्मीद की जा रही है कि अध्ययन जुलाई, 2024 तक पूरा हो जाएगा.
चीन में भी शोध
हांग कांग के चीनी विश्वविद्यालय में शोधकर्ता हृदयाघात के ऐसे मरीजों पर सेमाग्लूटाइड का परीक्षण कर रहे हैं जिन्हें मस्तिष्क तक जाने वाली बड़ी रक्त धमनियों में ब्लॉकेज की वजह से दिल का दौरा पड़ा. इसमें दवा के साथ साथ क्लॉट को मशीनी तरीके से हटाया भी जा रहा है. इस प्रक्रिया की तुलना साधारण इलाज से की जाएगी. इस अध्ययन में करीब 140 मरीजों को शामिल करने की योजना है.
गुर्दों की पुरानी बीमारी
एली लिली की तिरजेपटाइड का गुर्दों की पुरानी बीमारी और ओबेसिटी वाले मरीजों पर परीक्षण किया जा रहा है. यह अध्ययन अभी चल रहा है और इसमें 140 मरीजों को शामिल करने की योजना है.
लिवर की बीमारी
नोवो सेमाग्लूटाइड का परीक्षण नॉन-अल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस नाम की एक आम फैटी लिवर बीमारी के मरीजों पर किया जा रहा है. परीक्षण में करीब 1,200 मरीजों को शामिल किया जाएगा. इसके 2028 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है. लिली की तिरजेपटाइड का भी इसी बीमारी से पीड़ित 200 मरीजों पर परीक्षण किया जा रहा है.
न्यूरोलॉजिकल बीमारियां
डेनिश हेडेक सेंटर में शोधकर्ता सेमाग्लूटाइड का परीक्षण ओबेसिटी से जुड़ी एक ऐसी बीमारी के इलाज के लिए कर रहे हैं जिसमें सिर के अंदर रक्तचाप बढ़ जाता है. इसमें दवा के साथ काफी कम कैलोरी वाले भोजन का भी प्रयोग किया जा रहा है. इस अध्ययन में 50 लोगों को शामिल करने की और अध्ययन को 2025 तक पूरा कर लेने की योजना है.
स्लीप एपनिया
लिली की तिरजेपटाइड का ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया और ओबेसिटी के मरीजों पर असर का भी अध्ययन किया जा रहा है. मरीजों में दोनों तरह के लोग शामिल हैं - वो जो सोते समय अपने एयरवेज को खुला रखने के लिए सांस लेने के उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं और वो भी जो ऐसे उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करते. इस अध्ययन में 469 लोगों को शामिल की जाने की उम्मीद की जा रही है. सीके/एए (रॉयटर्स)