इनमें से किसे मिलेगा सबसे खूबसूरत चिड़िया का अवॉर्ड
कौन होगा 2025 का सबसे बेहतरीन पक्षी? हैरान करने वाली खूबियों से लैस कई खूबसूरत पक्षी साल 2025 का स्टार बनने के इस मुकाबले में शामिल हैं.
पुरस्कार के पांच उम्मीदवार
ब्लैक रेडस्टार्ट, कॉमन क्रेन, ब्लैक वुडपेकर, लंबे कान वाला उल्लू और ब्लैक स्टॉर्क - ये उन पांच पक्षियों के नाम हैं, जो 2025 के "बेस्ट बर्ड ऑफ दी ईयर" खिताब के उम्मीदवार हैं. ये पांचों, पक्षियों के संरक्षण और उनके खत्म हो रहे प्राकृतिक आवासों की तरफ लोगों को जागरूक करने में मदद कर सकते हैं.
53 साल से दिया जा रहा है यह अवॉर्ड
जर्मनी की प्रकृति और जैव विविधता संरक्षण संघ (एनएबीयू) और बवेरिया की स्टेट एसोसिएशन फॉर बर्ड एंड नेचर कंजर्वेशन (एलबीवी) ने खतरे में आ रहे पक्षियों की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए 1971 से यह पुरस्कार देना शुरू किया. इस मुकाबले के लिए 10 अक्टूबर तक लोग अपने पसंदीदा पक्षी को ऑनलाइन वोट डाल सकते हैं.
कॉमन क्रेन
एलबीवी के अनुसार, सामान्य क्रेन कई मायनों में एक रोमांचक प्रवासी पक्षी है. यह अपने सुंदर नृत्यों से मंत्रमुग्ध कर देता है और इसे आराम करने और प्रजनन के लिए नमी वाली जमीन चाहिए होती है. इसकी लंबाई 1.16 मीटर है, यानी यह सफेद सारस से भी बड़ा होता है.
लंबे कान वाला उल्लू
लंबे कान वाला उल्लू, जर्मनी में गहरे पीले रंग के उल्लू के बाद सबसे आम है. यह ईगल उल्लू (उल्लुओं की एक प्रजाति) जैसा दिखता है, लेकिन आकार में उससे छोटा और पतला होता है. बाकी उल्लुओं की तरह यह चुपचाप जंगल के खुले इलाकों में चूहों का शिकार करता है.
ब्लैक रेडस्टार्ट
इस साल के मुकाबले में ब्लैक रेडस्टार्ट एकमात्र गाने वाला पक्षी है. यह पक्षी सुबह-सुबह उठ जाता है और सूरज उगने से काफी पहले ही गाना शुरू कर देता है. एलबीवी के अनुसार, यह पक्षी उत्तरी अफ्रीका में सर्दियां बिताता है और इमारतों में बच्चे पैदा करता है. जानकारों के अनुसार, उन्हें अब घोंसले बनाने की सुरक्षित जगह मिलने में दिक्कत हो रही है.
ब्लैक स्टोर्क
काला सारस, सफेद सारस की तुलना में थोड़ा कम ही चहकता है. दोनों पक्षियों की पहचान उनके लंबे, लाल पैर और लंबी चोंच से होती है. इसका निवास स्थान तटीय वनों के साथ-साथ नम पर्णपाती और मिले-जुले जंगलों में होता है. यह ज्यादातर मेंढक और मछली ही खाता है.
काला कठफोड़वा
कठफोड़वा को आप पक्षियों की दुनिया का समाज सेवी कह सकते हैं. वह जंगल को बाकी पक्षियों के लिए ज्यादा माकूल बनाता है. कैसे? पेड़ों में छेद कर के. इन छेदों में दूसरे पक्षी अपना घर बना सकते हैं. एलबीवी का कहना है कि यह पक्षी "जंगल के बढ़ई" हैं. जानकारों के मुताबिक, 60 से ज्यादा तरह के जीव इसके बनाए छेदों का उपयोग करते हैं.
पिछले साल किसने जीता था मुकाबला
लैपविंग, साल 2024 में 'बर्ड ऑफ द ईयर' बना था. जल निकासी और गहन कृषि, लैपविंग के प्राकृतिक आवास आर्द्रभूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं, जिस कारण इस पक्षी का अस्तित्व भी खतरे में आ चुका है.