1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाज

नस्ल, लैंगिक पहचान पर हमले पर यूट्यूब करेगा सख्त कार्रवाई

१२ दिसम्बर २०१९

कई बार निजी व्यक्ति या चैनल ऐसी सामग्री परोस देता है जिससे नस्ल या लैंगिक पहचान पर हमला होता है. अब यूट्यूब पर ऐसा करना मुश्किल होगा.

https://p.dw.com/p/3UfrH
YouTube
तस्वीर: Reuters/D. Ruvic

यूट्यूब का कहना है,"छिप कर या अप्रत्यक्ष रूप" से हमले को रोकने के लिए उसने अपनी नीति और कठोर कर दी है. यूट्यूब के मुताबिक उसके मंच पर नस्ल, लैंगिक पहचान या लैंगिक झुकाव जैसे संरक्षित निजी मसलों को लेकर किसी का अपमान हो तो सामग्री हटा दी जाएगी.

यूट्यूब के मुताबिक बार-बार नियमों के खिलाफ काम करने वाले चैनलों को बंद कर दिया जाएगा. यूट्यूब पर कई बार चैनल या लोग ऐसी सामग्री अपलोड कर देते हैं जिससे नस्ल, लैंगिक पहचान या लैंगिक झुकाव पर हमला होता नजर आता है. यूट्यूब के मुताबिक वह ऐसे चैनलों और व्यक्तियों की सामग्री को अपने मंच पर जगह नहीं देने में सख्ती बरतेगा. 

दुनिया भर में यूट्यूब पर लोग अनेक विषयों पर सामग्री अपलोड करते हैं, इसी की आड़ में लोग कई बार नस्ल या लैंगिक पहचान पर "छिपकर या अप्रत्यक्ष" रूप से हमला करते हैं.

YouTube
तस्वीर: Reuters/D. Ruvic

बुधवार को यूट्यूब ने अपनी नीतियों में सुधार कर नई नीति पेश की. यूट्यूब का कहना है कि बेहतर नीति होने से "उत्पीड़न से निपटने" में सहायता मिलेगी.

यूट्यूब की उपाध्यक्ष मैट हलप्रिन ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करते रहेंगे कि इस मंच के जरिए उत्साही बहस और विचारों का बदलाव हो लेकिन हम उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेंगे." हलप्रिन के मुताबिक यूट्यूब ऐसी सामग्रियों को सामने नहीं आने देगा जिसमें किसी खास नस्ल या लिंग को निशाना बनाया जाता है. यूट्यूब की नई नीति के मुताबिक किसी व्यक्ति या भाषा के खिलाफ ऐसी सामग्री पर रोक होगी जिसकी नकल करने पर शारीरिक हिंसा की आशंका हो सकती है.

हलप्रिन कहती हैं, "किसी को धमकी देने के अलावा, ऐसी भाषा भी होती है जिसका मतलब कुछ और ही निकलता है."

यूट्यूब ने अपने उस टूल की भी प्रशंसा की है, जिसमें घृणा पैदा करने वाली प्रतिक्रियाओं को यूजरों को दिखने से पहले चैनल या व्यक्ति उसे पढ़कर और सार्वजनिक होने से रोक सकें.

एए/एनआर (एएफपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें