अभी 10 साल और खेलें तेंदुलकर: लता
१२ नवम्बर २००९तेंदुलकर की बल्लेबाज़ी की प्रशंसक लता मंगेशकर की एक और दिली तमन्ना है कि लिटिल जीनियस भारत को 2011 का वर्ल्ड कप भी जिताएं."मैं चाहती हूं कि तेंदुलकर 2011 का वर्ल्ड कप जिताएं. साथ ही उन्हें तब तक खेलना चाहिए जब तक वह बढ़िया खेल रहे हैं. कम से कम अगले 10 साल. अभी उनमें काफ़ी क्रिकेट बाक़ी है." लता मानती हैं कि जब भी वह तेंदुलकर के रिटायर होने की अटकलों को सुनती हैं तो परेशान हो जाती हैं.
लता के मुताबिक़ उन्हें तब अच्छा नहीं लगता जब लोग सचिन के रिटायर होने की बात करने लगते हैं."मुझे तेंदुलकर की आलोचना बिल्कुल पसंद नहीं है." जब उनसे पूछा कि क्या वह सचिन को दुनिया का महानतम बल्लेबाज़ मानती हैं तो सुर कोकिला ने सर डॉन ब्रैडमैन का नाम लेकर कहा कि वह भी तेंदुलकर की महानता को स्वीकार कर चुके हैं. ब्रैडमैन को उनके खेल में अपने खेल की झलक दिखती थी ऐसे में कुछ और कहने की ज़रूरत नहीं रह जाती.
तेंदुलकर की तारीफ़ों के पुल बांधते हुए लता ने कहा कि वह बेहतरीन खिलाड़ी थे और अब भी हैं. गेंदबाज़ अब भी उनसे ख़ौफ़ खाते हैं. कुछ भी तो नहीं बदला. टीम इंडिया की हर सीरीज़ पर पैनी निग़ाह रखने वाली लता ने दार्शनिक अंदाज़ में कहा कि जीतना और हारना खेल का हिस्सा है और हार के बाद किसी के पीछे नहीं पड़ जाना चाहिए. "हम सबको जीत अच्छी लगती है लेकिन हार के लिए भी तैयार रहना चाहिए. ऑस्ट्रेलिया ने इस सीरीज़ में हमें हराया.मुझे अच्छी नहीं लगा लेकिन ऐसा होता है."
मास्टर ब्लास्टर लता मंगेशकर को आदर से मां बुलाते हैं. लता बताती हैं कि तेंदुलकर और उनके पिता का जन्मदिन 24 अप्रैल को ही पड़ता है. एक बार सचिन के जन्मदिन से एक दिन पहले वह उनसे मिलीं तो पत्रकारों ने तेंदुलकर से पूछा कि वह लता जी के बारे में क्या कहना चाहेंगे. तेंदुलकर ने जवाब दिया कि वह अपनी मां के बारे में क्या कह सकते हैं. उसके बाद से ही सचिन उन्हें मां कहते हैं.
वैसे लता लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर की भी बड़ी प्रशंसक थी और जब 1987 में वह क्रिकेट से रिटायर हुए तो परेशान हो गई थीं. लेकिन गावस्कर ने कुछ समय बाद कहा था कि वह तो रिटायर हो गए लेकिन तेंदुलकर अभी उनके लिए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार