1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अमेरिका की ईरान को चेतावनी

३ अगस्त २०१०

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चल रहे विवाद में अब अमेरिका ने मुल्ला शासन को सैनिक हमले की धमकी दी है जबकि तेहरान ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि ईरान जवाबी कार्रवाई करेगा.

https://p.dw.com/p/OZuC
मुलेन की कड़ी चेतावनीतस्वीर: AP

अमेरिका के सैनिक प्रमुख माइक मुलेन ने टेलिविजन चैनल एनबीसी को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि यदि तेहरान परमाणु हथियार का विकास करता है तो उसके खिलाफ सैन्य हमला एक विकल्प है. लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि हमले के व्यापक परिणामों के चलते अमेरिका उससे बचने की हर कोशिश करेगा.

जनरल मुलेन ने ईरानी परमाणु हथियार से इलाके में पैदा होने वाली स्थिरता और विश्व के अभूतपूर्व अस्थिर हिस्से में सैन्य हमले के परिणामों को दोधारी तलवार बताया. उन्होंने कहा, "मैं दोनों ही मामलों में संभावित परिणामों पर बहुत चिंतित हूं." मुलेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कूटनीति, हाल के प्रतिबंध और ईरानी नेतृत्व पर अंतरराष्ट्रीय दबाव असर दिखाएंगे.

जनरल मुलेन ने कहा कि इसके बावजूद एक संभावना के रूप में सैनिक कार्रवाई का विकल्प मेज पर है और इसके लिए योजना भी तैयार है. माइक मुलेन ने कहा, "निश्चित तौर पर यह एक विकल्प है, जो राष्ट्रपति के पास है... मुझे उम्मीद है कि इसका मौका नहीं आएगा."

ईरान ने अमेरिका को हमले की योजना पर चेतावनी दी है. सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने ईरानी नैशनल गार्ड के उपप्रमुख जनरल जदोल्लाह जवानी के हवाले से कहा है कि हमले की स्थिति में तेहरान नेतृत्व जवाबी कार्रवाई करेगा और दृढ़ता से अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा.

जवानी ने कहा कि मुलेन का बयान अमेरिका के मनोवैज्ञानिक युद्ध का हिस्सा है जिसके जरिए अमेरिका ईरान को परमाणु विवाद में धमकाना चाहता है. ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम हथियार बनाने पर लक्षित नहीं है, जबकि पश्चिमी देशों को संदेह है कि ईरान परमाणु हथियार के विकास पर काम कर रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: वी कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी