अमेरिकी सैन्य प्रमुख पहुंचे पाकिस्तान
२० अप्रैल २०११पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के बारे में कई दिनों से अफवाहे हैं कि वे कबायली इलाकों में आतंकवादियों से संबंध रखते हैं. पाकिस्तानी और अमेरिकी सैन्य बल पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर में आतंकवादियों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. अमेरिकी सेना प्रमुख माइक मलन इससे पहले अफगानिस्तान गए थे जहां उन्होंने वादा किया कि वे आईएसआई से संबंधित चिंताओं के बारे में जनरल अशफाक कयानी से बात करेंगे.
एड्मिरल मलन ने पाकिस्तानी और अमेरिकी सैनिकों के बीच साझेदारी की तारीफ की. यह सैनिक आतंकवादी हक्कानी नेटवर्क को निशाना बना रहे हैं. मलन ने पत्रकारों से कहा, "हक्कानी को अब मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है." हालांकि मलन ने कहा कि आईएसआई और आतंकवादियो के बीच संबंधों से परेशानी आ रही है.
सीआईए कॉन्ट्रैक्टर रेमंड डेविस की रिहाई के बाद पहली बार एडमिरल मलन पाकिस्तान के दौरे पर हैं. रेमंड डेविस ने दो पाकिस्तानी नागरिकों को गोलियों से मारा था जिसके बाद पाकिस्तान के अदालत में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. कार्रवाई के दौरान अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध काफी खराब हो गए थे. डेविस की रिहाई के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के बीच रिश्ते कुछ सामान्य हुए हैं.
आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान अमेरिका का मुख्य साझेदार है. लेकिन पाकिस्तान के कबायली इलाकों में मिसाइल हमलों ने देश में अमेरिका के खिलाफ लोगों को उकसाने का काम किया है. मार्च में एक मिसाइल हमले में कई आम लोग मारे गए थे.
रिपोर्टःएजेंसियां/एमजी
संपादनः एन रंजन